माइग्रेन में परहेज – ये आहार खाने से बचें

बदलती जीवनशैली के साथ माइग्रेन के मरीजों की तादात बढ़ती जा रही है। यह एक ऐसी समस्या है जिसमें मरीज को सिरदर्द के साथ-साथ गैस्टिक, जी मिचलाने, उल्टी होती है। यह महिला तथा पुरुष दोनों को हो सकता है। माइग्रेन दर्द के पीछे का मुख्य कारण ड्रिंक्स, व्यायाम में कमी, कुछ प्रकार की दवाईयों का सेवन, तनाव लेना, बहुत ज्यादा काम करना, बहुत ज़्यादा या बहुत कम सोना, तेज लाइट, भूख, खूशबू, हार्मोन्स का प्रभाव और साईकोलॉजी फैक्टोर आदि है।

इसके अलावा यदि आप अपनी डाइट को फोलो नहीं करते, समय पर डाइट नहीं लेते और खाने पीने की चीजों पर परहेज नहीं करते तब आपको माइग्रेन की प्रोब्लम हो सकती है। इस लेख हम आपको बताएंगे कि माइग्रेन की समस्या हो तो किन चीजों को परहेज करना चाहिए।

माइग्रेन में परहेज

#1 पनीर

पनीर को लेकर बहुत सारी डिश बनाई जाती है, जिसे लोग बड़े ही चाव के साथ खाते हैं। क्या आप भी पनीर का ज्यादा सेवन करते हैं तो संभल जाइए क्योंकि माइग्रेन के दर्द को बढ़ाने में पनीर की भी महत्वतपूर्ण भूमिका होती है। माइग्रेन होने पर चीज केक, पनीर स्ला इस खाने से बचना चाहिए।

#2 सोडियम और नाइट्रेट

हॉट डॉग, बेकन और कुछ मीट को संरक्षित करने के लिए सोडियम और नाइट्रेट डाला जाता है। लेकिन इसके सेवन से न केवल माइग्रेन का अटैक आ सकता है बल्कि दिल की बीमारी के होने का भी रिस्क रहता है। साथ ही प्रीर्जेवेटिव, बेनजोइक भी माईग्रेन का कारण बन सकता है। इसलिए कोशिश करें कि आप इनका सेवन न करें।

#3 बीन्स

बीन्स सेहत के लिए बहुत ही अच्छे होते हैं। इसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिंस पाया जाता है, जिसके इस्तेमाल से आपके शरीर की पौष्टिरक आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से हो जाती है। लेकिन माइग्रेन की समस्या है उन्हें बीन्स खाने से बचना चाहिए। बीन्स के अलावा टोफू, सोया सॉस आदि माइग्रेन के दर्द को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इसलिए माइग्रेन में इन चीज़ों से परहेज करें ।

#4 एमएसजी से बनाएं दूरी

एमएसजी (मोनोसोडियम ग्लूमटामेट) एक प्रकार का फ्लेवर इन्हेंससर (स्वाडद बढ़ाने वाले) होता है जिसे कई तरह के आहार में मिलाया जाता है। एमएसजी यानी मोनोसोडियम ग्लूटामेट खाने को स्वादिष्ट और टेस्टी बनाता है, लेकिन इसकी वजह से कई बार माईग्रेन अटैक पड़ सकता है। सभी प्रकार के प्रोसेस्डम फूड, डिब्बे वाले खाद्य पदार्थों, सूप, सालाद, स्नैक्स, आइसक्रीम, च्विंग गम, रेडी-टू-इट उत्पाद, आदि सब में एमएसजी पाया जाता है।

#5 अचार और मिर्च

स्वाद और मजे के लिए हम बहुत सारा मिर्च और आचार खा लेते हैं, लेकिन यह हमारे सेहत के लिए सही नहीं है। किसी भी प्रकार का अचार और मिर्च माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकता है। अचार में नमक के साथ तेल की मात्रा ज्यादा होती है जो सेहत के लिए सही नहीं है। इसलिए माइग्रेन में परहेज के दौरान इन से भी दूरी बनाएं

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#6 कैफीन

कैफीन को लोग अक्सर कॉफी के रूप में पीते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो कैफीन की ज्यादा मात्रा हानिकारक होती है और इससे बेचैनी, अस्थिरता, सिरदर्द, अनिद्रा जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। कैफीन को सामान्य, से ज्याीदा मात्रा में सेवन करने पर माइग्रेन की समस्याइ हो सकती है।

#7 जैतून का तेल

स्वास्थ्यवर्धक तेल के रूप में जैतून का तेल की पहचान है। इसका प्रयोग कई तरह की बीमारियों में लाभदायक होता है। लेकिन माइग्रेन के मरीजों को जैतून के तेल का सेवन करने से बचना चाहिए। जैतून के तेल से माइग्रेन का दर्द बढ़ता है।

#8 सूखा मेवा

माइग्रेन के मरीज को ज्यादा अखरोट, मूंगफली, बादाम, काजू, किशमिश आदि खाने से बचना चाहिए। सूखे मेवे में सल्फाेइट्स नामक तत्व, पाया जाता है, जो माइग्रेन के दर्द को बढ़ाता है।

#9 माइग्रेन में इन फलों को खाने से बचें

केला, खट्टे फल, लाल आलूबुखारा और एवोकेडो भी माइग्रेन के दर्द को बढ़ाते हैं, इसलिए इनके सेवन से माइग्रेन में परहेज करना चाहिए ।

# 10 जंक फूड और शराब

पिज्जा, वडा पाव, समोशा, बर्गर, रोल, चौमिन,चिली, फैंच फ्राइ और कोलड्रिंक भी माइग्रेन में हानिकारक हैं, इसलिए माइग्रेन की समस्याक होने पर इसे न खायें। इसके अलावा शराब का ज्यादा सेवन करने से दिमाग में रक्त का संचार ठीक से नहीं होता है, जिसके कारण मरीज को माइग्रेन में समस्या आती है। इसलिए इसके भी सेवन से बचें।