कान से कम सुनाई देना – कारण, लक्षण और उपचार

आज के इस शोर भरे दौर में बहरापन एक आम बात है। बहरापन से ध्वनि को सुनने की शक्ति का ह्रास होने की स्तिथि को कहा जाता है। इससे सुनने की शक्ति ही कम नहीं होती, बल्कि व्यक्ति की समाजिक और मानसिक परेशानी भी बढ़ जाती है। ऐसे में जब भी कोई व्यक्ति बोलता है तो वह ध्वनि तरंंगों के द्वारा हवा में कंपन पैदा करता है। बहरापन एक या फिर दोनों कानों को प्रभावित कर सकता है।

कान से कम सुनाई देना – बहरेपन के कारण 

बहरापन के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि :-

1. उम्र बढ़ने के साथ बहरेपन की समस्या एक प्राकृतिक घटना है
2. व्यावसायिक जोखिम
3. मोम का कान डालने से
4. कान में संक्रमण
5. अधिक मोबाइल का उपयोग
6. अधिक समय शोर में रहना
7. गलत दवाईयों का सेवन
8. कान में हड्डियोंका विकास आदि।

बहरेपन का लक्षण 

कम सुनना या बहरेपन के लक्षणों का हमें धीरे-धीरे पता चलता है जिसके कारण इसका सही समय पर उपचार नहीं हो पाता। लेकिन जब भी हमें इसके लक्षणों के बारे में पता चले, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि डॉक्टर के पास जाकर इसका इलाज करवाना चाहिए इसके लक्षण इस प्रकार से है :-

1. कानों मे सिटी की आवाज़ सुनाई देना
2. कम सुनाई देना या ऊंचा सुनाई देना
3. किसी से फोन पर बात करने में परेशानी होना
4. तेज आवाज में टीवी या गाने सुनना
5. दूसरो से बात करने में असमर्थ होना
6. दूसरो को जोर से बोलने को कहना आदि।

कम सुनाई देना – बहरापन को दूर करने के घरेलू उपाय

बहरेपन के कारण शक्ति कम हो जाती है या फिर रोगी को बिल्कुल भी नहीं सुनाई देता। कान में हर समय सिटी जैसी आवाज आती है। कई बार रुक रुककर आवाजे आती है और कई बार उसे चीखने चिल्लाने की आवाज भी नहीं सुनाई देती, ऐसे में रोगी को कुछ घरेलू उपचार करने चाहिए जैसे कि :-

तुलसी और सरसों
तुलसी के पत्तों में सरसों का तेल मिलाकर गर्म करें, फिर उसे ठंडा होने पर कान में डालें।

सरसों और धनियां
सरसों के तेल में कुछ धनिये के कुछ दाने दाल कर पकाएं, जब यह आधा रह जाए तो इसे छान कर कान में एक एक बूंद डाले।

प्याज
कान में सफेद प्याज का रस डालने से बहरापन दूर हो जाता है।

हींग और दूध
दूध में चुटकी भर हींग डालकर अच्छे से मिलाएं फिर उसे अपने कान में डालें । आप का बहरापन दूर हो जायेगा ।

लहसुन और सरसों का तेल
लहसुन की सात – आठ कलियों को सरसों के तेल में तब तक गर्म करेंं, जब तक यह काली न हो जाए, फिर इसे छान लें, इस तेल को बूंद-बूंद करके कान में डालें ।

सरसों के तेल के फायदे

बेल और सरसों
एक चम्मच बेल के पत्तों का रस, एक चम्मच अनार के पत्तों का रस दोनों को 100 ग्राम सरसों के तेल में पकाएं। जब यह आधा रह जाए तो उसे उतार लें। इस तेल को नियमित रूप से कान में डालने से बहरापन दूर हो जाता है।

दालचीनी
कान में दालचीनी का तेल नियमित रूप से डालने से बहरेपन में लाभ मिलता है।

बहरेपन से कैसे बचेंं
1. जब भी आप स्नान करते हैं तो इस बात का ध्यान रखे कि साबुन वाला पानी या साधा पानी कान के अंदर न जाए, क्योंकि इससे कान में संक्रमण हो सकता है। जिससे बहरापन आ सकता है।
2. छोटे बच्चों को नदी, नालों, और झरनों में नहीं नहाना चाहिए।
3. घर में टीवी ऊंची आवाज में नहीं देखना चाहिए।