बाजरे की रोटी खाने के फायदे और नुकसान

बाजरा सबसे महत्वपूर्ण अनाजों में से एक है। यह दुनिया की कृषि उत्पादन के मामले में 6वां अनाज की फसल है। इसे चीन, भारत, ग्रीस, मिस्र और अफ्रीका द्वारा उत्पादित किया जाता है। भारत में भी लोग इससे बनी रोटी को बड़े ही चाव से खाते हैं खासकर पंजाब में, यहां बाजरे की रोटी और सरसों का साग बहुत ही फेमस है। चलिए आज जानते हैं बाजरे की रोटी के फायदों के बारे में…

बाजरा खाने के फायदे

बाजरे की रोटी खाने से दिल रहे स्वस्थ

हृदय रोग जिसे कार्डियोवेस्क्युलर रोग के रूप में भी जाना जाता है। दुनियाभार में सबसे ज्यादा लोगों की मौत इससे होती है। अपने ह्रदय को स्वस्थ्य रखना है तो आपको पौष्टिक आहार का सेवन करना होगा। बाजरा कोलस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर बाजरे की रोटी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार है।

पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मददगार बाजरे की रोटी

खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए पाचन क्रिया को दुरुस्त करना बहुत ही जरूरी है। बाजरे की रोटी का नियमित सेवन कीजिए आपको यह समस्या नहीं आएगी। फाइबर से भरपूर बाजरे की रोटी पाचन क्रिया को सही रखने में मददगार हैं। बाजरा खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती है।

बाजरे की रोटी एनर्जी बढ़ाए

कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और वसा के रूप में हम आहार का उपभोग करते हैं ताकि हमें काम करने के लिए शरीर की आवश्यक ऊर्जा की आपूर्ति हो सके। आपको बता दें कि बाजरे की रोटी ऊर्जा एक बहुत अच्छा स्रोत है, इससे एनर्जी मिलती है। इसके अलावा बाजरा खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है। इसलिए वजन घटाना चाह रखने वाले बाजरे की रोटी का सेवन कर सकते हैं।

मांसपेशियों को बनाए बाजरे की रोटी

बाजरे में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट की उच्च मात्रा शरीर में मौजूद मुक्त कणों से लड़ती है, जो बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा कर देती है। इसके अलावा यह बाजरा उच्च प्रोटीन वाला अनाज हैं और इसमें लाइसिन, एक एमिनो एसिड होता है जो मांसपेशियों को बनाने में मदद करता है।

बाजरे की रोटी से डायबिटीज से बचाव

मधुमेह या डायबिटीज एक पुराना मेटाबोलिक रोगों का एक आम समूह है जो शरीर में उच्च रक्त शर्करा (ग्लूकोज) के कारण बनता है। यदि नियमित रूप से बाजरे की रोटी का सेवन किया जाता है तो डायबिटीज का खतरा भी कम हो जाता है। डायबिटीज के मरीजों को इसका रोजाना सेवन की सलाह दी जाती है। वैसे कई शोधों में कहा गया है कि बाजरा की रोटी कैंसर से बचाव में सहायक भी है।

मासिक दर्द में लाभकारी है बाजरे की रोटी

अपने उच्च स्तर के मैग्नीशियम के कारण, बाजरा उन महिलाओं के लिए एक अच्छा आहार है, जो अपने मासिक धर्म चक्र के दौरान असहनीय दर्द और ऐंठन से पीड़ित रहती हैं। इसके अलावा बाजरे की रोटी शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है जो तनाव में कमी के साथ मदद करता है।

बाजरे के नुकसान

गोइटेरोगेनिक की छोटी मात्रा बाजरे में पाई जाती है जो शरीर में आयोडीन अवशोषण को रोकती है, जिससे घेंघा और अन्य थायराइड की दिक्कते आ सकती हैं। इसलिए जो व्यक्ति हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित हैं, उन लोगों को बाजरे के सेवन से सावधान रहना चाहिए।