फ्लू सीजन से बचने के घरेलू उपचार

इन दिनों फ्लू जंगल की आग की तरह फैल रहा है और फ्लू के लिए लोगों में डर बढ़ रहा है। आपके स्वास्थ्य पर प्रभाव डालने वाले इस घातक फ्लू वायरस को रोकने के लिए, आवश्यक सावधानी के साथ अपने आप को अंदरूनी मजबूत बनाना भी महत्वपूर्ण है। चूंकि निवारण हमेशा इलाज से बेहतर होता है, इसलिए घातक फ्लू वायरस से शरीर की रक्षा के लिए इम्यून सिस्टम का स्तर जरूर बढ़ाया जाना चाहिए। जब रोग की स्थिति बहुत बिगड़ जाती है, तो दवाईयां और टीके हमेशा आखरी उपचार होते हैं। हालांकि, नीचे बताये कुछ सरल और प्राकृतिक घरेलू उपचार आपको इम्युनिटी का निर्माण करने में सहायता कर सकते हैं और आपके शरीर और मन को भी मजबूत बना सकते हैं।

फ्लू सीजन से बचने के घरेलू उपचार

फ्लू सीजन में तुलसी की पत्तियां लाभदायक

तुलसी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरस दोनों प्रकार के तत्वों के कारण यह किसी की भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकती है। यह फ्लू वायरस से लड़ने में निश्चित रूप से सहायक है। तुलसी से लाभ पाने का सबसे आसान तरीका है कि हर रोज इसकी पांच अच्छी तरह से धुली हुई पत्तियों का चाय व अन्य खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल करें।

कपूर

फ्लू से बचाव के लिए कपूर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सर्दी-जुकाम होने पर तिल या नारियल तेल में कपूर मिलाकर सीने और सिर पर लगाएं या इसके पानी की भाप लें रहात मिलेगी।

फ्लू सीजन में करना चाहिए प्राणायाम

योग का नियमित अभ्यास यह सुनिश्चित करता है कि एंडोक्राइन, पाचन और सर्कुलेटरी सहित सभी शारीरिक प्रणालियां बेहतर रूप से काम कर रही हैं। योग में अधिकतर नीचे और आगे झुकने से, लिम्फेटिक प्रणाली के लिए बहुत लाभदायक होता है जो शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने में मदद करता है। शुरुआती अवस्था में, प्राणायाम आसन जैसे भुजंगसाना और भस्त्रिका, फेफड़ों को सही रखने और गंदगी बाहर निकालने में मदद करते हैँ। इसके अलावा प्राणायाम तनाव कम करने और इम्युनिटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

लहसुन

लहसुन में मौजूद एंटी-वॉयरल गुण फ्लू के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करने में मदद करते है। इसके लिए आपको लहसुन की दो कलियां रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लेनी चाहिए। इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।

फ्लू सीजन में खाएं खट्टे फल

आमतौर पर माना जाता है कि सर्दी व फ्लू से बचने का सबसे बेहतर तरीका खट्टे फल हैं। खट्टे फलों में विटामिन- सी की भरपूर मात्रा होती है, जो कि फ्लू के लिए भी कारगर साबित होता है और शरीर के इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने में सहायक होता है। इसलिए फ्लू के समय अपने आहार में खट्टे फल जैसे नींबू, आंवला, अंगूर, संतरा आदि को शामिल करना सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।

हल्दी

हल्दी में अनिवार्य तेल और हल्दी को रंग देने वाला पदार्थ करक्यूमिन होता है। करक्युमिन में कई औषधीय गुण होते हैं, जो फ्लू का असर कम करते हैं। जानकारों के अनुसार गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर पीने से शरीर की इम्युनिटी शक्ति में वृद्धि होती है। रोजाना एक गिलास दूध में थोड़ी सी पिसी हल्दी मिलाकर पीने से फ्लू का असर कम होने लगता है।

फ्लू सीजन में एलोवेरा भी है लाभदायक

एलोवेारा एक और ऐसी लोकप्रिय प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जो आपके भीतर फ्लू से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है। इसके अलावा एलोवेरा व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। एलोवेरा जेल की एक चम्मच पानी के साथ इस्तेमाल करने से यह फ्लू के असर को कम करने में कारगर साबित होता है।