नींम के पानी से नहाने के फायदे

नीम के भारत के पारंपरिक संस्कृति में एक महत्वपूर्ण महत्व है। हमने सुना है कि हमारे माता-पिता और दादा दादी नीम के फायदों को गिनाते हैं। वैसे कहा जाता है कि नीम के पेड़ के 130 से अधिक जैविक रूप से सक्रिय यौगिक हैं।
नीम के प्रत्येक भाग, पत्तियों, टहनियाँ, छाल, बीज, जड़, फल या फूलों का उपयोग, सूजन, बुखार संक्रमण, त्वचा रोग और दंत रोग से लेकर कई समस्याओं के लिए इसका इस्तेमाल पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचार में किया जाता है। जिस तरह हमारे स्वास्थ्य के लिए नीम लाभकारी है, उसी तरह नीम का पानी भी कई रोगों के लिए स्वास्थ्यवर्धक है।

नींम के पानी से नहाने के फायदे

आंखों के लिए फायदेमंद है नीम पानी

कंजक्टीवाइटिस आमतौर पर “गुलाबी आँख” के रूप में जाना जाता है। यह आपके आंखों के बाहरी झिल्ली में संक्रमण या सूजन है। आंखों में पराग चले जाने की वजह से होने वाली एलर्जी जो संक्रमण का कारण बनती है। इसके अलावा धूल या पशुओं के संपर्क में रहने की वजह से यह समस्या देखने को मिलती है। यह बीमारी बच्चों में ज्यादा देखने को मिलती है। वैसे आपको बता दें कि नीम के पानी से नहाने से आंखों से जुड़े इन्फेक्शन जैसे कंजक्टीवाइटिस से भी आराम मिलता है। इसके अलावा इससे आंखों में किसी तरह की जलन राहत मिलती है।

नीम के पानी से डैंड्रफ से छुटकारा

यह शर्मनाक और असुविधाजनक है जब आपके बालों से डैंड्रफ आपके कंधों पर गिरता है। अक्सर देखा गया है कि हम डैंड्रफ की समस्या के चलते गहरे या काले रंग के कपड़े पहनना छोड़ देते हैं। इतना ही नहीं डैंड्रफ के चलते बालों को भी बहुत नुकसान होता है। एक अनुसंधान के मुताबिक रूसी या डैंड्रफ जनसंख्या अनुमानित 50 प्रतिशत लोगों को प्रभावित करता है। जो लोग बालों में डैंड्रफ की समस्या होती है वे भी इससे छुटकारा पाने के लिए नीम के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम के पानी से न केवल रुसी से छुटकारा मिलता है बल्कि इससे आपके बालों की शाइनिंग भी बढ़ जाती है।

पिंपल्स के दागों हटाने में मददगार है नीम का पानी

पिंपल्स या मुंहासे एक बहुत ही सामान्य त्वचा की स्थिति है जो कई रूपों में प्रकट होती है। स्किन पर मौजूद पोर्स का बंद होना, ऑयली स्किन होना, बैक्टीरियल इंफेक्शन, टेंशन, हॉर्मोन्स के डिस्बैलेंस और बहुत अधि‍क शराब- सिगरेट पीने से पिंपल्स की समस्या हो जाती है। पिंपल्स के दागों को हटाने के लिए आप नीम के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके पानी से यदि आप स्नान करते हैं, तो चेहरे पर कोई भी दाग नहीं रहता। इसलिए आप सप्ताह में तीन चार दिन नीम के पानी से अपना चेहरा साफ करें और स्नान करें।

पसीने की दुर्गन्ध को खत्म करे नीम का पानी

पसीना एक शारीरिक कार्य है जो आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है। पसीना आपकी पसीने वाली ग्रंथियों से नमक-आधारित द्रव की निकासी होती है। आपके शरीर के तापमान में परिवर्तन और बाहरी तापमान आदि कारणों से पसीना आ सकता है। पसीना आना गलत बात नहीं है लेकिन पसीने में दुर्गन्ध आए तो आपको कुछ घरेलू उपाय अपनाने चाहिए। नीम के पानी उन्हीं उपायों में से एक है। आमतौर पर ये दुर्गन्ध शरीर के कुछ नमी वाले हिस्सों में बैक्टीरिया पनपने के कारण होती है। जिन लोगों के बॉडी से पसीने की तेज दुर्गन्ध आती है उन्हें भी नीम के पानी से नहाना चाहिए।