सोयाबीन के फायदे और नुकसान

दोस्तों,चलिए सोयाबीन के फायदे और नुकसान के बारे में आज हम बात करें। सोयाबीन प्रोटीन के मुख्य स्रोतो में से एक हैं इसमें प्रोटीन के साथ साथ विटामिन खनिज, विटामिन, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह शरीर के निर्माण के लिए आवश्यक एमिनो एसिड प्रदान करते हैं। सोयाबीन में दूध अंडा तथा मांस से भी अधिक प्रोटीन पाया जाता है। इसमें कई तरह के तत्व जैसे कार्बोहाइड्रेट, वसा, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस जैसे मिनरल्स पायें जाते हैं।

इसमें मौजूद तत्व त्वचा और बालों के लिए लाभकारी होता है। सोयाबीन के बीजों को अंकुरित करके खाने से से त्वचा का रंग साफ होता ही है साथ ही शारीरिक वृद्दि तेजी से होती है। इसका सेवन करने से कब्ज दूर होती है और दूसरी बीमारियाँ भी दूर भागती है जैसे एनीमिया में, ह्रदय रोग, हड्डियां, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि। चलिए सोयाबीन के फायदे और नुकसान के बारे में कुछ विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

सोयाबीन के फायदे – Soyabin ke fayde

हड्डियों के लिए

सोयाबीन में पाया जाने वाला कैल्शियम और प्रोटीन हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है। सोयाबीन में पाया जाने वाला कैल्शियम ओस्टियो आर्थ राइटिस जैसे रोगों से बचाने में मदद करता है।

उच्च रक्तचाप को नियंत्रण करें

जब आप सोयाबीन का सेवन करते हैं तब आप उच्च रक्तचाप पर आसानी से नियंत्रण कर सकते हैं। इसका सेवन करने के लिए सोयाबीन को कम नमक में भुनकर खाना चाहिए इसका सेवन कम से कम 8 हफ्तों तक करना चाहिए। इस प्रकार आप अपने उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

बालों को झड़ने से रोकें

सोयाबीन के फायदे में यह आपके बालों के लिए लाभकारी होता है। यह गंजापन और बालों के झड़ने को रोकता है। आप बालों में लगाने के लिए सोयाबीन के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सोयाबीन के तेल से आपके बालों की ग्रोथ बढ़ने लगती है। इसके अलावा आप बालों संबंधी आगे आने वाली समस्याओं से भी छुटकारा पा सकते हैं।

एनीमिया में लाभकारी

सोयाबीन को कई त्रिकोण के साथ हम अपने इस्तेमाल में ला सकते हैं जैसे इसके बीज की सब्जी बनाकर, इसके तेल का उपयोग करके इसके छिलके के द्वारा बनी हुई बरी और इसके अलावा हम सोयाबीन का दूध भी प्रयोग में ला सकते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह शरीर में एनीमिया और ओस्टियो आर्थ राइटिस नामक जैसी बीमारियों को दूर करता है।

मासिक धर्म में

महिलाओं के मासिक धर्म बंद होने से शरीर में एस्ट्रोजन की कमी आने लगती है। जिसके कारण महिलाओं की हड्डियों में तेजी से नुकसान होने लगता है। इसी कारण से उनके घुटनों में दर्द रहने लगता है। ऐसी स्थिति में सोयाबीन बहुत फायदेमंद रहता है। यह आपके शरीर में होने वाली कमी को पूरा करता है। 3 से 4 महीने तक इसका सेवन करने से महिलाओं की परेशानी दूर हो जाती है।

मधुमेह के रोगियों के लिए

जो लोग मधुमेह से पीड़ित होते हैं, उनके लिए सोयाबीन से बनी हुई रोटी बहुत फायदेमंद होती है।

नाख़ून मजबूत करें

सोयाबीन को अपने आहार में शामिल करने से आपके टूटे हुए नाख़ून ठीक होने लगते हैं। इससे आपके नाखूनों को मजबूती मिलती है और साथ ही इससे नाखुनों में चमक आने लगती है। इतना ही नहीं यह किसी प्रकार का संक्रमण भी ठीक के देता है।

असमय बुढापा होने से बचाएं

सोयाबीन खाने से त्वचा पर आई हुई झुर्रियां, धब्बे और फाइन लाइन कम होने लगती है। इसमें पाया जाने वाला फाइटोएस्ट्रोजन से शरीर में एस्ट्रोजन बनने लगता है। जिससे आप असमय बुढापा होने से बच जाते हो।

सोयाबीन के नुकसान – Soyabin ke nuksan

1. गर्भावस्था या स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को सोयाबीन का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसका अधिक सेवन करने से उन्हें मतली, चक्कर आना आदि समस्या हो सकती है।
2. जो लोग फैमिली संबंधी प्लानिंग कर रहे हो तब आपको इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह स्पर्म की संख्या को कम कर देता है।
3. सोयाबीन का अधिक सेवन करने से यौन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। सोयाबीन का अधिक सेवन करने से हार्मोन, लिबिडो पावर और प्रजनन पावर का स्तर प्रभावित होता है।