तिल के तेल के फायदे

तिल के तेल के फायदे जानने से पहले हमारे लिए तिल के गुणों को जानना बहुत ही जरूरी है। तिल में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो हमारी सेहत के लिए बहुत उपयुक्त माने जाते हैं। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, बी काम्प्लेक्स और कैल्शियम पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं।

तिल की तसीर गर्म होती है। सर्दियों के दिनों में तिल खाने से शरीर को उर्जा प्रदान होती है और तिल के तेल की मालिश करने से शरीर में गर्मी आती है। जिससे सर्दियों के दिनों में आप ठंड से बच जाते हैं। तिल में पोषक तत्वों के कारण आप स्वस्थ और सुंदर बने रहते हैं।

तिल के तेल के फायदे में हमें बहुत से ऐसे फायदे होते हैं। जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते, जैसे कि तनाव, ह्रदय की मांसपेशियां, दांत, बालों के लिए, लीवर और शरीर को उर्जा प्रदान करने के लिए तिल का तेल लाभकारी होता है। आइये जानते हैं तिल के तेल के अन्य स्वास्थ्य फायदे के बारे में।

तिल के तेल के फायदे

1. तिल का तेल त्वचा के लिए

तिल का तेल आपकी त्वचा के लिए बहुत ही गुणकरी होता है। इसके द्वारा त्वचा पर लचीलापन और चिकनाई बढ़ जाती है। त्वचा की स्तिथि और समय से पहले बुढापे की निशानी को यह खत्म कर देता है। इसका मुख्य कारण यह है कि यह जस्ता से समृद्द होता है जो शरीर में आपकी त्वचा के लिए सबसे मुख्य खनिजों में से एक है।

2. बालों के लिए

तिल के तेल को पारम्परिक रूप से बालों के पोषण के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसको बालों पर लगाने से बाल काले और घने होने लगते हैं।

3. हड्डियों के लिए

तिल के तेल में तांबा, जस्ता और कैल्शियम जैसे खनिज मौजूद होते हैं। इन तीनों खनिज का प्रयोग करने से हड्डियों में विकास और विकास की दर में वृद्दि होती है।

4. दांतों के लिए

तिल के तेल के फायदे में यह सबसे भी फायदा होता है कि इससे हमारे दांतों की मैल साफ़ होकर दांत चमकने लगते हैं। तेल का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से दांत स्वस्थ रहते हैं।

5. सूजन को कम करें

तिल के तेल में तांबे की उच्च मात्रा मौजूद होने के कारण यह सूजन को कम करने में बहुत ही सहायक होता है। इसके अलावा यह गठिये के लिए भी बहुत उपयुक्त माना जाता है। इसका इस्तेमाल करने से शरीर की हड्डियां और रक्त वाहिकाएं मजबूत बनती है।

6. तनाव के लिए

तिल का तेल तनाव या अवसाद को दूर करने में बहुत ही कारागार होता है। जिसका मुख्य कारण यह है कि इसमें टायरोसिन नामक एक एसिड मौजूद होता है जो बहुत ही उच्च मात्रा में पाया जाता है। यह हमारे शरीर में ऐसे एंजाइम और एसिड भर देता है जो हमारे मुंड को अच्छा कर देते हैं ।

7. कैंसर के लिए

तिल के तेल में कार्बनिक योगिक शामिल होता है जिसे फायटेट भी कहा जाता है जो कैसर की कमी के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसके अलावा तिल में मैग्नीशियम का स्तर असामन्य रूप से उच्च रहता है। यह खनिज सीधे कोलोरेक्टल कैंसर की संभावना को कम करने में सहायक होता है।

8. लीवर के लिए

तिल का तेल सचारु रूप से हमारे लीवर के लिए बहुत ही उपयुक्त होता है। इसका सेवन करने से रक्त में वृद्दि होने लगती है। इसके अलावा इसमें खुश्क आँखें, आखों की दृष्टि,आँखों की थकावट के लिए काले तिल का सेवन उपयुक्त होता है ।