क्यों होती है नमक और चॉकलेट की तलब?

आपसे अकसर लोग यह पूछते होंगे कि खाने में क्या पसंद है नमकिन या फिर मीठा? हर किसी का अपना-अपना स्वाद होता है। किसी को मीठा ज्यादा पसंद तो किसी को नहीं।

रात में अकसर खाना खाने के बाद कई लोगों को मीठा खाने की तलब सी हो जाती है। वैसे तो यह बहुत सामन्य बात है लेकिन अगर हर समय मीठा खाने का मन हो तो यह संकेत कुछ सही नहीं है।

क्या कभी आपको एकदम अचानक से मन हो उठा है फ्रेंच फाइज खाने का… अगर जवाब हां में है तो इसका अर्थ यही है कि आपकी नींद पूरी नही हुई है। कई बार नींद ना पूरी होने से भी शरीर काफी थका थका सा लगता है और एनर्जी की डिमांड करता है जिसके लिए दिमाग जानता है कि तला भुना खाने से ताकत मिलेगी तो इसलिए ही फ्राईज खाने की मन आपको होती है।

वहीं कई लोगों को पनीर या चीज भी बहुत पसंद होता है और अक्सर भूख लगने पर वह पनीर और चीज से बनी चीजों की ही मागं करते नज़र आते हैं। खासतौर से पिज्जा के लिए क्रेविंग होने की वजह यही होती है। बता दें कि यह संकेत इस बात की तरफ इशारा कर रहा है कि आपके शरीर में कैल्शियम या विटामिन डी की कमी है।

आपने नोटिस किया होगा कि अक्सर काम के बीचों बीच यूं ही अचानक बैठे-बैठे चॉकलेट खाने की तलब होने लगती है, अगर ऐसा होता है तो ये बताता है कि शरीर में मैग्निशियम की कमी है। बता दें कि चॉकलेट खाने से मैग्नीशियम तो नहीं लेकिन शूगर का स्तर बढ़ जाता है। तो अगर मन हो तो चॉकलेट जरूर खाएं लेकिन एक निश्चित मात्रा में।

दूसरी ओर कुछ लोगों को मीठा नहीं नमकीन चीजें जैसे आलू के चिप्स या फिर पॉपकार्न खाने की इच्छा होती रहती है। इस तरह की तलब यह इशारा करती है कि आपको तनाव है। साथ ही शरीर में पानी की कमी होने से भी कई बार नमकीन चीजें खाने का मन ललचाता है।

यह भी जान लें कि मीट की क्रेविग होना बताता है कि जिंक और आयरन की कमी है। साथ ही कई बार सोडियम की कमी होने से नमक खाने की इ्च्छा होती है।

दोस्तों अब जब कभी ज्यादा तलब हो नमकीन या चॉक्लेट खाने की तो हमारा यह आर्टिकल पढ़ लें और जान लें क्यों होता है ऐसा।