मेथी के फायदे

मेथी का इस्तेमाल न केवल सब्जी और मसाले बनाने में किया जाता है बल्कि औषधीय और आयुवेर्दिक रूप से इसे उपयोग में लाया जाता है। स्वाद में कड़वा मेथी में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, पोटेशियम और आयरन होता है जो वायु विकारों को दूर करने और रंगत को निखारे में काम आता है। 

मेथी के औषधीय गुण

1. तीन ग्राम मेथी के बीजों को पानी में उबालकर और छानकर प्रतिदिन पीने से मासिक की समस्या और पीड़ा दूर होती है।

2. पाचन क्रिया को दूर करने के लिए मेथी के दानों को घी में भूनकर, कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। रोजाना तीन ग्राम चूर्ण शहद मिलाकर चाटकर खाने से पाचन क्रिया तेज होने से अधिक भूख लगती है। 

3. डायबटीस के रोगियों के लिए फायदेमंद है मेथी. इसके लिए मेथी के बीजों को कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर रखें और रोजाना तीन ग्राम चूर्ण पानी के साथ सेवन करें। 

4. आग से जल जाने पर मेथी के बीजों को पानी के साथ पीसकर लेप करने से जलन और पीड़ा तुरंत दूर होती है।

5. मेथी के दस ग्राम बीजों को रात में पानी में डालकर रख दें। सुबह उठकर उन बीजों को चबाकर खाने के साथ उस पानी को पीने से मधुमेह रोग में बहुत फायदा होता है।

6. मेथी के बीजों का चूर्ण दही के साथ सेवन करने से दस्त में बहुत लाभ होता है।

7. शरीर के जलन को दूर करने के लिए मेथी के पत्तों को पीसकर पानी में मिलाकर पीने से गर्मियों में गर्मी से मुक्ति मिलती है और शरीर में जलन भी नहीं होता। 

8. गर्मियों में लू से पीड़ित होने पर मेथी के सूखे पत्तों को पानी में डालकर रखें। बीस मिनट में उन पत्तों को मसलकर छान लें। इस छने हुए पानी में शहद मिलाकर पीने से लू का प्रकोप शांत होता है। 

9. अगर आपको पेचिश है तो मेथी के बीज और सौंठ तीन-तीन ग्राम लेकर, कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर रोजाना गुड़ के साथ सेवन करने से पेचिश की समस्या दूर होती है। 

10. पेट में दर्द हो तो मेथी के बीजों को कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर रखें। तीन ग्राम चूर्ण हल्के गर्म पानी से सेवन से पेट की समस्या में जल्द लाभ मिलता है। 

11. मेथी के बीजों को दस ग्राम मात्रा में पानी में उबालकर, छान लें। उस छने हुए पानी में काली मिर्च का चूर्ण और सेधा नमक मिलाकर सेवन करने से गठिया की पीड़ा भी नष्ट होती है। 

12. मेथी की कोमल पत्तियों के रस में काली दाख पीसकर चाटकर खाने से दस्त में खून आने की समस्या दूर होती है। 

13. मेथी के सात-आठ ग्राम बीजों को तीन सौ ग्राम पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। इस काढ़े को छानकर पीने से बवासीर रोग में बहुत लाभ होता है और मस्सों से खून निकलना बंद होता है। 

14. मेथी के बीजों का चूर्ण बनाकर तीन ग्राम चूर्ण हल्के गर्म पानी के साथ सेवन करने से गठिया में शूल की समस्या जल्द दूर होती है।

15. जिगर, पित्ताशय के विकारों के लिए मेथी के पत्तों के पचास ग्राम रस में शहद मिलाकर रोजाना पिएं, लाभ मिलेगा। 

16. बहुमूत्र की ससस्या को दूर करने के लिए मेथी के पत्तों का रस पचीस-तीस ग्राम रोजाना पीएं। 

17. अगर आप सर्दियों में ठंड़ और जुकाम से बचना चाहते हैं तो रोजाना मेथी की सब्जी का सेवन करना चाहिए।