नाखूनों की देखभाल – बदरंग नाखूनों के कारण और उपचार

नाखूनों का बदरंग होना भी एक बड़ी समस्या है। इसके कारण कई बार आपको शर्मिंदगी का शिकार भी होना पड़ता है। किसी के आगे हाथ बढ़ाने से पहले जरूर आपको अपने बदरंग नाखूनों का ख्याल तो आ ही जाता होगा। नाखूनों का बदरंग हो जाना को ल्यूकोनिचिआ या ग्रीक भाषा में लियूको के नाम से भी जानते हैं। ल्युको शब्द का अर्थ सफेद है और ओनिक्स शब्द लोगों के नाखून को दर्शाता है।

नाखूनों का बदरंग हो जाना बहुत ही आम बीमारी मानी जाती है। यह विटामिन की कमी के कारण ज्यादातर लोगों में देखा गया है। अंग्रेजी दवाईयों के बजाय कुछ घरेलु उपचार हैं जिससे आपकी यह समस्या दूर हो सकती है।

नाखून की देखभाल

सबसे पहले जानते हैं क्या है बदरंग नाखून के होने के कारण –

जो लोग ज्यादा धूम्रपान (Smoking) करते हैं
जिस-जिस विटामिन की जरूरत है वह ना हो
नेल पॉलिश का ज्यादा इस्तेमाल से भी
पुरानी बीमारियों या किसी दवाई के साइड इफेक्ट के कारण भी
बंद जूतो को ज्यादा देर तक पहनने से भी
धूल और गंदगी में ज्यादा समय रहना
बैक्टीरिया के कारण भी पैर या हाथ में गंभीर संक्रमण का होना

आज sehatgyan.com आपको बताएगा ऐसे ही कुछ बदरंग नाखूनों से बचने के घरेलु उपचार :

नींबू का रस (Lemon Juice): नाखूनों की बीमारी विटामिन सी की कमी से भी होती है, इसलिए जरूरी है कि नींबू का रस आप अपने नाखूनों में लगाएं। नींबू को विटामिन सी का अच्छा श्रोत माना जाता है।
माउथ वॉश (Mouth Wash): क्या आप परेशान हो गए हैं अपने बदरंग नाखूनों से तो दांतों को साफ रखने वाली माउथ वॉश का इस्तेमाल करें। माउथ वॉश आपके नाखूनों के लिए बहुत उपयोगी है।
बेकिंग सोडा (Baking Soda): बदरंग नाखून के उपचार के लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाला बेकिंग सोडा हर घर में मौजूद होता है। नींबू के रस के साथ मिलाकर बेकिंग सोडा को अपने नाखूनों में लगाए और कमाल देखें।

वहीं नाखूनों के बेरंग पीले नाखून भी बनाते हैं। ऐसे में आप नमक और पानी का एक मिश्रण तैयार कर उसे अपने नाखून पर भी लगा सकते हैं। यह आपके बदरंग नाखून को जल्दी ठीक करने का काम करेगा। आप चाहे तो अपने नाखून को नमक पानी में भिंगोकर ब्रश से भी साफ कर सकते हैं। अगर आप रोजाना ऐसा करेंगे तो बेहतर परिणाम मिलेगा।

ध्यान रहें: कई बार नाखूनों पर ज्यादा पानी के इस्तेमाल करने से फंगस लग जाते हैं, जिसकी वजह से इलाज नहीं हो पाता। बता दें कि नाखून ज्यादा मोटे होने के कारण काफी मज़बूत पदार्थ से बने होते हैं। ऐसे में बिना किसी डॉक्टर की सलाह के कोई उपचार खुद से ना करें। वहीं, कई बार डॉक्टरों के द्वारा सुझाई गयी फंगस की दवा, जो अन्दर से काम करती है, को सही प्रकार से काम करने में महीनों लग जाते हैं।