गर्भावस्था में हेपेटाइटिस-बी के लक्षण और निदान

हेपेटाइटिस-बी संक्रमण आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान आपके या आपके नवजात शिशु के लिए कोई समस्या नहीं करता है। आपके स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए आपके डॉक्टर के लिए हेपेटाइटिस-बी के संक्रमण का पता होना महत्वपूर्ण है, जिससे आपके बच्चे को जन्म के तुरंत बाद हेपेटाइटिस-बी संक्रमण से संरक्षित किया जा सकता है। यदि आप हेपेटाइटिस-बी के लिए पॉजिटिव पाए जाते हैं, तो तब भी आपका बच्चा जन्म से पहले हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित हो सकता है।

यदि आपके रक्त में हेपेटाइटिस-बी वायरस का बहुत ऊंचा स्तर है, तो अभी भी आपके पास एक अच्छा मौका है, जहां आपका बच्चा गर्भ में भी हेपेटाइटिस-बी के संक्रमण से बचाया जा सके, जिसके लिए हेपेटाइटिस-बी के टीकाकरण की जरुरत होती है। यदि आपके रक्त में हेपेटाइटिस-बी के वायरस के स्तर की जांच होना आवश्यक है, ताकि आप अस्पताल में एक विशेषज्ञ डॉक्टर की देखरेख में अपना उपचार करवा सकें। आज हम गर्भावस्था के दौरान होने वाले हेपेटाइटिस-बी संक्रमण के बारे में आपको विस्तृत जानकारी देंगे।

गर्भावस्था में हेपेटाइटिस-बी के कारण

हेपेटाइटिस-बी एक अत्यधिक संक्रामक वायरस से होता है, जो रक्त, वीर्य और अन्य शारीरिक तरल पदार्थों के माध्यम से एक दूसरे में फैलता है। यदि आपमें हेपेटाइटिस-बी के वायरस हैं, तो इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे-

गर्भावस्था में हेपेटाइटिस-बी के लक्षण

गर्भावस्था में हेपेटाइटिस-बी का निदान

गर्भवती महिलाओं को हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) के साथ संक्रमण होने के बाद उनके रक्त की जांच की जाती है, जिसमें गर्भावस्था के शुरुआती प्रसवपूर्व चरण के दौरान कुछ टेस्ट किये जाते हैं, जैसे-

गर्भावस्था में हेपेटाइटिस-बी का इलाज

1. हेपेटाइटिस-बी संक्रमण में हेपेटाइटिस-बी टीकाकरण, गर्भावस्था में उपयोग के लिए सुरक्षित है, जिसका कोई भी मातृ संबंधी ख़राब प्रभाव नहीं है।

2. गर्भवती महिलाएं, जिनमें हेपेटाइटिस-बी के संक्रमण के कीटाणु नहीं पाए जाते हैं या जिन गर्भवती महिलाओं को हेपेटाइटिस-बी संक्रमण होने का खतरा होता हैं, उन्हें गर्भावस्था के दौरान दवाई और टीकाकरण से बचाया जा सकता है।

3. यदि गर्भवती मां में हैपेटाइटिस-बी वायरस है, तो जन्म के कुछ घंटों के भीतर, उसके बच्चे को हेपेटाइटिस-बी वैक्सीन की पहली खुराक दी जाती है। एचबीआईजी वैक्सीन का एक टीका भी लगाया जाता है।

4. अगले 6 महीनों में हेपेटाइटिस-बी वैक्सीन की दो और खुराक दी जाती हैं। वैक्सीन पूरी होने के बाद, आपके बच्चे का हेपेटाइटिस-बी वायरस संक्रमण के लिए परीक्षण भी किया जाता है।

5. हेपेटाइटिस-बी का संक्रमण होने से यह प्रभावित नहीं होता कि एक मां अपने बच्चे को कैसे जन्म देगी। हेपेटाइटिस-बी वायरस से संक्रमित होने के बावजूद भी माताएं डिलीवरी करवा सकती है।

6. यह अभ्यास सुनिश्चित करता है कि हेपेटाइटिस-बी के साथ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद, अच्छी चिकित्सा देखभाल प्राप्त कर सकती हैं।