प्रेग्नेंसी का तीसरा महीना – क्या खाना चाहिए

गर्भावस्था के दौरान महिला को अपने आहार पर पूरी तरह ध्यान देना चाहिए। ऐसा करके वह खुद के साथ-साथ अपने आने वाले बच्चे की सेहत का भी ध्यान रख सकती हैं। आहार की दृष्टि से गर्भावस्था में तीसरा महीना बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह एक ऐसा समय होता है जब बच्चा गर्भ में अपना आकार लेता है।

आपके बच्चे का इस महीने के दौरान दिल, गुर्दे, आंख और जननांगों आदि का विकास होने लगता है। इस महीने गर्भवती महिला का वजन तेजी से बढ़ना शुरू हो जाता है। इसलिए आहार की दृष्टि से गर्भावस्था का तीसरा महीना भ्रूण और मां के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वैसे देखा गया है कि सबसे ज्यादा गर्भपात भी इसी महीने होता है। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने क्या खाना चाहिए।

प्रेग्नेंसी का तीसरा महीना – क्या खाना चाहिए – Pregnancy ka tesra Mahina

प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने विटामिन बी 6, कैल्शियम, आयरन और फोलेट की कमी को पूरा करने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए।

डाइट में विटामिन बी-6 को करें शामिल

विटामिन बी-6 लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद हीमोग्लोबिन को बनाने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से थकान, मानसिक तनाव, अवसाद और चिड़चिड़ापन को दूर किया जा सकता है। प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने महिलाओं को मतली की समस्या ज्यादा होती है। जिससे उन्हें थकान और तनाव का सामना करना पड़ता है, ऐसे में विटामिन बी-6 का सेवन करनी चाहिए।

इससे उल्टी आने की समस्या कम हो जाती है और मूड भी सही हो जाता है। ब्राउन राइस, अंडे, ब्रेड, दलिया, सोयाबीन, मूंगफली, आलू, खट्टे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, दूध और दूध से बने पदार्थ आदि विटामिन बी-6 के स्रोत हैं।

फलों का सेवन

प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने विभिन्न प्रकार के फलों को अपनी डाइट में शामिल करें। इसमें महत्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे विटामिन्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाये जाते हैं, जो कब्ज से लड़ने में मदद करते हैं तथा यह आपको हाइड्रेटेड भी रखता है। दैनिक आहार में इन्हें शामिल करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। ध्यान रखें कि दिन में कम से कम दो फल ज़रूर खाएं। अपनी डाइट में केला और अमरूद को शामिल करें।

कार्बोहाइड्रेट्स है जरूरी

प्रेग्नेंसी का तीसरा महीना में तेजी से विकसित बेबी के लिए कार्बोहाइड्रेट का सेवन महत्वपूर्ण है। ब्रेड, चांवल, दाल, चपाती, फलियां और आलू में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट्स शरीर में उर्जा बढ़ाने का काम करते हैं।

दूध का सेवन

प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने दूध को अपने दैनिक आहार में शामिल करें। कम से कम 1-2 गिलास दूध पीना चाहिए। इसके अलावा पनीर, दही और घी भी धोड़ी-थोड़ी मात्रा में लेनी चाहिए। दुग्ध उत्पाद मां तथा बच्चे दोनों के लिए सबसे उत्तम हैं। आपको बता दें कि दूध तथा दूध से बने उत्पादों से भ्रूण को प्रोटीन, कैल्शियम और खनिजों की पूर्ति होती है।

आयरन तथा फोलेट भी है जरूरी

चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्जियां, ओटमील, ब्रोकोली, अंडे तथा हरी सब्जियां आयरन और फोलेट का अच्छा स्रोत हैं। गर्भावस्था के दौरान आयरन तथा फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ अवश्य खाना चाहिए। ये तत्व भ्रूण की विकास के लिए जरूरी है।

पानी का सेवन

अपने आहार में कम से कम 8 ग्लास तरल पदार्थ शामिल करें। इसमें आप पानी के साथ जूस का भी सेवन कर सकती हैं। आप समय-समय पर सादे पानी का सेवन करना भूलें ।

नोट: गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं इसकी सूची बड़ी लंबी है अत: किसी भी चीज को अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।