शरीर की सफाई के लिए योग

जिस तरह आप घर की गंदगी को बाहर निकालने के साफ-सफाई करते हैं, उसी शरीर की गंदगी को बाहर निकालने के लिए साफ-सफाई करनी बहुत जरूरी है। इसे शुद्धिकरण या डिटॉक्सीफिकेशन भी कहते हैं। आज हम शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए कुछ योग के बारे में बताएंगे। इन योग को करके के आप अपने शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से दूर रख सकते हैं।

शरीर की सफाई के लिए योग – Sharir ki safai ke liye yoga

#1 मरिचियासन

पाचन क्रिया दुरुस्त करने तथा पेट संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने के मरिचियासन बहुत ही फायदेमंद हैं। यदि आप इसका नियमित अभ्यास करते हैं, तो यह न केवल आपके शरीर से विषैले पदार्थ को निकालता है बल्कि आपके दिमाग को शांत करता है और सिरदर्द को खत्म करता है।

कैसे करें मरिचियासन

सबसे पहले चटाई को बिछा लें और दोनों पैरों को आगे की ओर सीधा फैला कर बैठ जाएं। अब एक पैर को घुटने की तरफ मोड़े। आपके पैर का घुटना आपके सीने से स्पर्श होना चाहिए तथा दूसरा पैर को सीधा रखें। फिर जिस पैर को आपने सीधा रखा है, उस दिशा में अपने उपरी शरीर को झुकाएं। सिर को झुकाने के लिए हाथों को पीठ के पीछे बांध लें। ऐसी स्थिति में कुछ देर तक रुकें फिर पुरानी स्थिति में आ जाएं।

#2 अधोमुख शवासन

शरीर से विषैले पदार्थ को निकालने के लिए अधोमुख शवासन योग बहुत ही उपयोगी है। अधोमुख शवासन के करने से शरीर ललीचा हो जाता हैं, साथ ही बदन में दर्द नहीं रहता। इस आसन की सहायता से पाचन की समस्या में सुधार लाया जा सकता है और छाती की मांसपेशियों को मजबूत मिलती है।

कैसे करें अधोमुख शवासन

वज्रासन में बैठने के बाद अधोमुख शवासन में आइए। इसे हम कुत्ता वाला पोज भी कहते हैं। फिर पैर की अंगुलियों को मोड़िए और नितंबों को ऊपर की ओर उठाइए और घुटनों को सीधा कीजिए। इसमें दोनों हाथों को जमीन पर रखते हुए इस आसन का अभ्यास आप 10 से 15 तक मिनट कर सकते हैं। ध्यान रहे आपकी पीठ और भुजाएं एक सीध में जबकि सिर केहुनियों के बीच में रहे।

#3 शरीर की सफाई के लिए उपयोगी है विपरीत करनी योग

यदि आप शरीर से विषैले पदार्थ को निकालना चाहते हैं तो विपरीत करनी आपके लिए सही आसन है। इसके अलावा यह आसन टांगों के दर्द और थकावट को दूर करने के काम करता है। पीठ दर्द की समस्या में भी यह आसन बहुत ही काम काम का है।

कैसे करें विपरीत करनी योग

सबसे पहले चटाई पर पीठ के बल लेट जाएं और फिर दीवार का सहारा लेते हुए जितना हो सके अपने पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। इस बात का ध्यान दीजिए कि ऐसा करते हुए आपके पैर मुड़े हुए नहीं होने चाहिए। सपोर्ट के लिए आपके हाथ कमर के पीछे होने चाहिए और स्ट्रेच करते समय आप लंबी सांस को भरें। आप अधिक स्ट्रेच न करें जिसके कारण आपको बैकपेन की शिकायत न हो जाए।

#4 रैबिट पोज योग भी शरीर के विषैले पदार्थ निकलता है

रैबिट पोज रीढ़ की हड्डी को बढ़ाता है। यह पीठ, हाथ और कंधे को फैलता है जबकि प्रतिरक्षा और अंतःस्रावी तंत्र को उत्तेजित करता है। इस आसन के करने से शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।

कैसे करें रैबिट पोज

एक साधारण या योग चटाई के साथ फर्श पर बैठ जाओ। अपने पैर को आगे बढ़ाएं और अपनी रीढ़ की हड्डी सीधी रखें। फिर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाइए। अपनी एड़ी को पकड़े और अपने घुटनों की ओर अपने माथे को झुकाएं। इस दौरान अपने कूल्हों को छत की ओर उठाएं। सिर को मोड़ते हुए अपने घुटनों के करीब लें आएं। इस स्थिति में कुछ देर सांस को रोकें।