आलूबुखारा के फायदे

गर्मी के मौसम में यूं तो लोग पानी और रस से भरा फल ही ज्यादा खाना पसंद करते हैं लेकिन स्वाद में खट्टा-मीठा फल जिसका नाम आलूबुखारा है, यह भी गर्मियों में आने वाला मौसमी फल है जिसे लोग खूब पसंद करते हैं। आलूबुखारा में बॉडी के लिए जरूरी पोषक तत्व जैसे मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यही नहीं, आलूबुखारा डायट्री फाइबर से भरपूर होता है, जिसमें सार्बिटॉल और आईसेटिन प्रमुख हैं।

आलूबुखारा में मौजूद फाइबर्स आपके शरीर के अंगों को सुचारू बनाते हैं और पाचन क्रिया को भी दुरूस्त करते हैं। इसके साथ ही यह सौंदर्य बढ़ाने के भी काम आते हैं। बता दें कि इसका इस्तेमाल तरह-तरह के लजीज पकवान बनाने में भी किया जाता है।

यहां जानें आलूबुखारा फल को खाने से कैसे रहता है शरीर फिट :

वजन को करें कंट्रोल: क्या आप जानते हैं कि आलूबुखारे के 100 ग्राम में लगभग 46 कैलोरी होती है। यही नहीं, इसमें अन्य फलों की तुलना में कैलोरी काफी कम पाई जाती है, जिस वजह से यह आपका वजन नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।

आंखों की सेहत का रखें ख्याल : आलूबुखारे में मौजूद विटामिन-सी आपकी आंखों और त्वचा को स्वस्थ रखने में भी सहायक है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन-के एवं बी 6 भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

दिल का साथी : आपको बता दें कि आलूबुखारा रक्त का थक्का बनने से भी रोकता है जिससे ब्लडप्रेशर और हृदय रोगों की संभावना कम होती है। इसके साथ ही यह अल्जाइमर के खतरे को कम कर देता है।

ट्यूमर को रोकने में मददगार : आपको बता दें कि छिलके के साथ आलूबुखारे का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर से आप दूर रहेंगे। यह कैंसर और ट्यूमर की सेल्स को बढ़ने से रोकने में मदद करता है।

हडि्डयां बनाए मजबूत : महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में आलूबुखारा बेहद सहायक है। रजोनिवृत्ति के उपरांत महिलाएं आलूबुखारे का सेवन करें तो वे स्वयं को ओस्टियोपोरेसिस से बचा सकती हैं।

दिमाग को रखें स्वस्थ : आलूबुखारे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स आपकी त्वचा के साथ ही दिमाग को भी स्वस्थ रखने में सहायता करते हैं। यह फल आपके तनाव को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है।

बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है : जहां एक ओर आलूबुखारा आपके बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है वहीं दूसरी ओर इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है। आलुबुखारे में आयरन की मात्रा होती है जो ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करती है। पोटेशियम होने से शरीर के सेल्स स्ट्रांग बनते हैं और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।