भुट्टा खाने के बाद पानी क्यों नहीं पीनी चाहिए

मानसून के मौसम के दौरान हमारा शरीर बीमारियों की ओर तेजी से बढ़ता है और हमारी प्रतिरक्षा या इम्यूनिटी भी कमजोर रहती है। अगर इस मौसम के दौरान भुट्टा खाते हैं तो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन क्या भुट्टा खाने के बाद पानी पीना चाहिए।

मानसून के मौसम में मसालेदार, ताजा भुना हुआ भुट्टा खाना हर किसी को पसंद है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। लोग सड़क किनारे बिकने वाले भुट्टे को बड़े ही चाव से खाते हैं।

आपको बता दें कि भुना हुआ भुट्टा न केवल स्वाद में अद्भुत होता है बल्कि एक स्वस्थ स्नैक का विकल्प भी है। लेकिन आप जानते हैं कि यदि आप भुट्टा खाने के बाद एक गिलास पानी पीते हैं तो यह आपके लिए समस्या का वजह भी बन सकता है।

आयुर्वेद विशेषज्ञ के अनुसार भुट्टा खाने के तुरंत बाद पानी पीने से बचना चाहिए क्योंकि यह विभिन्न प्रकार की पेट की समस्याओं का कारण बन सकता है। यह गैस्ट्रिक समस्या और पेट दर्द का कारण बन सकता है।

बहुत से लोगों ने पेट फूलने और पेट में गंभीर दर्द की शिकायत की है जब उन्होंने भुट्टा खाने के बाद पानी का सेवन किया है। भट्टा खाने के बाद पानी पीना पाचन प्रक्रिया को काफी हद तक बाधित कर सकता है। ऐसा करना पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है।

कोर्न या भुट्टा ‘कॉम्प्लेक्स कार्ब्स’ और ‘स्टार्च’ से भरपूर होता है जब हम इसका सेवन पानी के साथ करते हैं तो इससे पेट की समस्या उत्पन हो सकती है। इससे आपके पेट में गैस हो सकता है। इसके अलावा पेट का फूलना, अम्लता और गंभीर पेट दर्द भी हो सकता है।

इस स्थिति से निपटने के लिए आप भुट्टा खाने के समय और पानी पीने के समय के अंतर को निर्धारित करें। आप भुट्टा खाने के 45 मिनट बाद पानी का सेवन कीजिए। इसके अलावा आप नींबू लगाकर भुट्टा खा सकते हैं। यह समग्र पाचन प्रक्रिया को चिकना और प्रभावी बनाता है।

भुट्टा के फायदे

हड्डियों की बीमारियों से बचाता है भुट्टा

भुट्टा खाने से दांत मजबूत होते हैं। इसके अलावा क्या आप जानते थे कि भुट्टा जिंक, फास्फोरस, मैग्नीशियम और आयरन जैसे खनिजों में समृद्ध है? ये खनिज आपकी हड्डी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह आपको गठिया जैसी विभिन्न हड्डी से संबंधित बीमारियों से भी बचाता है।

ऊर्जा का मुख्य स्रोत है भुट्टा

भुट्टा ऊर्जा का मुख्य स्रोत हैं। इसे खाने से न केवल आपका पेट भरता है बल्कि पर्याप्त ऊर्जा भी मिलती है। भुट्टे में मौजूद कार्ब्स ऐसे हैं कि ये आपके शरीर से धीरे-धीरे अवशोषित होते हैं, इस प्रकार आपको लंबे समय तक ऊर्जावान रहने में मदद मिलती है।

कैंसर के खतरे को कम करे

भुट्टा एंटीऑक्सिडेंट्स और फ्लैवोनोइड्स में समृद्ध है जो कैंसर के खतरे को कम करने के लिए जुड़ा हुआ है। ऐसा इसलिए है क्योंकि, एंटीऑक्सिडेंट हानिकारक मुक्त कणों के नकारात्मक प्रभावों को बेअसर करता हैं, जो आपको कैंसर के खतरे में डाल देते हैं।

इसके अतिरिक्त, भुट्टा में फेरुलिक एसिड होता है जो स्तन और लिवर में मौजूद ट्यूमर के आकार को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इस प्रकार, कैंसर के उपचार में सहायता करता है।

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को करे कम

भुट्टा में कोलेस्ट्रॉल न के बराबर होता है और इसलिए ये दिल की सेहत के लिए भी बहुत अच्छा है। कोलेस्ट्रॉल शहरी आबादी के बीच बढ़ती हृदय रोगों के लिए ज़िम्मेदार है। विटामिन सी, कैरोटीनोइड और फाइबर में समृद्ध भुट्टा से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है और आपके धमनियों को अवरुद्ध होने से रोकती है।

इससे बदले में हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। यदि आप दैनिक आधार पर इसका सेवन करते हैं तो आपके रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है।

कब्ज से राहत

भुट्टा फाइबर में समृद्ध है जो आपके कोलन में फंसे भोजन को साफ़ करने में मदद करता है। शोध के अनुसार, मकई आपकी बड़ी आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया के उत्पादन में भी मदद कर सकती है।

आयरन में समृद्ध

एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जो लोहे की कमी के कारण होती है और इसलिए आयरन में समृद्ध खाद्य पदार्थों का आप सेवन कीजिए। भुट्टे से आयरन की दैनिक आवश्यकता को पूरा करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा भुट्टा बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी ये बहुत लाभकारी है।