कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण

कोलेस्ट्रॉल एक मोमी पदार्थ है जो आपके रक्त में पाया जाता है। जबकि आपके शरीर को स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है, उच्च कोलेस्ट्रॉल होने से हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।

जब आपका कोलेस्ट्रॉल उच्च है, तो आपके रक्त वाहिकाओं में वसा जमा हो सकता हैं। आखिरकार, ये वसा आपके धमनियों के माध्यम से पर्याप्त रक्त के प्रवाह में मुश्किल पैदा करती हैं। आपके हृदय को ज्यादा ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिल पाता, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। उधर आपके मस्तिष्क में खून का प्रवाह भी कम हो सकता है और स्ट्रोक का कारण हो सकता है। आइए जानते हैं कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण के बारे में…

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढाती हैं डायबिटीज

कुछ बीमारियां जैसे शुगर और हाइपोथायरायडिज्म आदि भी शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढाती हैं। डायबिटीज यानी मधुमेह की बीमारी दुनियाभर में फैली है। बहुत से लोग पहले से ही इस रोग से प्रभावित है और एक शोध के अनुसार अगले कुछ सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हाई ब्लड शुगर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में में योगदान देता है। हाई ब्लड शुगर भी आपके धमनियों के अस्तर को नुकसान पहुंचाता है।

तनाव

अध्ययनों से पता चला है कि तनाव न केवल अल्पावधि में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है बल्कि लंबे समय बाद यह आपके दिल को भी प्रभावित कर सकता है। कुछ शोध में तनाव और कोलेस्ट्रॉल के बीच एक संभावित लिंक दिखाया गया है।

कोलेस्ट्रॉल के लिए जिम्मेदार है मोटापा

मोटापा से कई गंभीर बीमारी होती है। मोटापा ट्राइग्लिसराइड्स, हाई एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, लो एचडीएल कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड शुगर और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का गढ़। इसलिए, हाई कोलेस्ट्रॉल और दूसरी बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए अपने वजन को नियमित रखना जरूरी है।

शराब और सिगरेट

जब लोग तनाव का सामना करते हैं, तो अपने आपको तसल्ली देने के लिए स्मोकिंग, शराब का सेवन और फैटी खाने का सेवन करते हैं। बहुत ज्यादा शराब पीने से हृदय रोग और स्ट्रोक के लिए जोखिम में वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा इससे मोटापा, रक्तचाप बढ़ सकता है और रक्त में वसा के स्तर में वृद्धि हो सकती है, ट्राइग्लिसराइड्स के नाम से जाना जाता है। शराब का सेवन ज्यादा शराब का सेवन लीवर और हार्ट की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकता है, जो कि हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्र को बढाता है। उधर धूम्रपान आपके रक्त वाहिकाओं की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे उनमें वसा जमा होने की संभावना होती है।

व्यायाम से दूरी

जो व्यक्ति शारीरिक रूप से किसी भी गतिविधि में भाग नहीं लेता और पूरे दिन बैठा रहता है उनमें उच्च कोलेस्ट्रॉल का खतरा ज्यादा होता है। आपने सुना होगा कि व्यायाम आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। एक एक्टिव लाइफ ट्राइग्लिसराइड्स को कम कर आपको अपना वजन कंट्रोल रखने में मदद करती है।

कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने वाली आहार

सेचुरेटेड फैट जो पशु उत्पादों में पाएं जाते हैं और ट्रांस फैट जो बेक्ड कुकीज़ में पाएं जाते हैं, आपके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकते हैं। रेड मीट और पूर्ण वसायुक्त डेयरी उत्पाद जैसे कोलेस्ट्रॉल में उच्च खाद्य पदार्थ आपके कुल कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ा सकते हैं। इसलिए इनसे दूरे बनाकर रखें। इसके अलावा मक्खन, पनीर, केक, घी आदि ऐसे ही खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें ज्यादा खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि होती है।