नारंगी के फायदे या गुण

विटामिन सी और ए से भरपूर नारंगी स्वादिष्ट होने के साथ पौष्टिक भी है। यह संतरा, मौसमी और नींबू जाति का फल है। नारंगी खाने या नारंगी का जूस पीने से भूख लगती है और शरीर को भरपूर शक्ति मिलती है। इसके सेवन से न केवल पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है बल्कि बॉडी में उत्साह और स्फूर्ति का संचार होता है। 

बच्चों और बड़ों का पसंदीदा फल नारंगी असम, सिक्किम और नागपुर में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। नारंगी को ह्रदय रोग के लिए एक गुणकारी फल माना गया है। इसका निरंतर प्रयोग आपके खून को साफ करने में सहायक है। इसमें जुकाम और इन्फ्लूएंजा को रोकने की भी क्षमता होती है। इसके अलावा जो लोग हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें भी निरंतर नारंगी का सेवन करना चाहिए। 

नारंगी एक ऐसा फल है जिसके सेवन से शरीर में पानी की कमी को दूर किया जा सकता है साथ ही शारीरिक कमजोरी को भी दूर किया जा सकता है। जिन लोगों को बेचैनी या घबराहट होती हो उन्हें नारंगी या उसके जाति से संबंधित फलों का सेवन करना चाहिए। आंतों की सफाई या खून की कमी को दूर किया जा सकता है यदि आप नियमित रूप से नारंगी का सेवन करते हैं। 

 

नारंगी के औषधीय गुण

1. नारंगी का जूस प्रतिदिन पीने व नारंगी खाने से दांतों व मसूढ़ों की विभिन्न रोगों से सुरक्षा मिलती है। 

2. रिकेट्स में रोगी बच्चे को नारंगी व संतरे का रस पिलाने से रोग दूर होते हैं। पहले से नारंगी जूस पिलाने से बच्चे रिकेट्स के शिकार नहीं होते हैं। 

3. शिशु के दांतों के निकलते समय नारंगी का जूस पिलाने से दांत आसानी से निकलते हैं।

4. टाइफाइड की समस्या में रोगी को दूध में नारंगी का रस मिलाकर पिलाने से बहुत लाभ होता है। 

5. नारंगी खिलाने व नारंगी के जूस में काला नमक और काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर पिलाने से पेट के कीड़े खत्म होते हैं। 

6. प्रतिदिन नारंगी का जूस पीने से स्कर्वी रोग दूर होते हैं। 

7. शिशु को दस्त की समस्या हो तो नारंगी का जूस पिलाने से बहुत लाभ होता है। 

8. नारंगी का जूस प्रतिदिन पीने से गुर्दो को शक्ति मिलती है और गुर्दे विभिन्न रोगों से सुरक्षित रहते हैं। 

9. शाम को या रात के समय नारंगी जूस के सेवन से कब्ज की समस्या दूर होती है। 

10. नारंगी के जूस के सेवन से रक्त की अम्लता और पित्त की समस्या दूर होती है। 

11. नारंगी फूलों के अर्क के सेवन से स्नायुओं की दुर्बलता दूर होती है। दीमाग को बहुत लाभ होता है, स्मरण शक्ति भी बढ़ती है। 

12. नारंगी के छिलकों को छाया में सूखाकर, कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को गुलाब जल में अच्छी तरह मिलाकर, लेप बनाकर प्रतिदिन चेहरे पर लगाने से चेचक के निशान भी दूर होने लगते हैं।  

13. जॉंडिस रोग में नारंगी का रस पिलाने से बहुत लाभ होता है।

14. नारंगी के छिलके चेहरे पर रगड़ने से झाईयां व झुर्रियां दूर होती हैं। चेहरे की त्वचा कोमल व मुलायम होती है और सौंदर्य-आकर्षण विकसित होती है। 

15. पेट में दर्द होने की स्थिति में नारंगी का जूस लाभ देता है। रोगी को सुबह के नाश्ते के समय दो सौ ग्राम जूस पीना चाहिए।

16. टीबी के रोगी के लिए नारंगी एक गुणकारी फल है। उन्हें रोजाना नारंगी का जूस पीना चाहिए। 

17. यदि आपके मसूढ़ों में दर्द रहता है या फिर आप पायरिया रोग से पीड़ित हैं तो रोजाना नारंगी का सेवन या उसका जूस पीना चाहिए। 

18. दूध में थोड़ा-सा नारंगी का जूस मिलाकर पीने से वायु विकार अर्थात गैस की उत्पत्ति की समस्या को दूर किया जा सकता है। 

19. नारंगी के छिलकों को सूखाकर, कूट-पीसकर बारीक चूर्ण बनाकर, उसमें सेंधा नमक और थोड़ा-सा अकरकरा कूट-पीसकर मिलाकर मंजन करने से मसूढ़ों से संबंधित सभी रोगों से  सुरक्षित किया जा सकता है।