दिमाग क्या है – दिमाग के बारे में जरुरी जानकारी

जीव-जंतुओं के शरीर में ब्रेन, दिमाग या मस्तिष्क एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग माना गया है। इसके बिना किसी भी जीव के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। वैसे समस्त प्राणी जगत में मानव का ब्रेन सबसे ज्यादा विकसित होता है। मस्तिष्क मानव शरीर में सबसे जटिल और बहुत ही जरूरी अंग होता है। यह न केवल मानव शरीर का एक आवश्यक अंग है बल्कि प्रकृति की एक उत्कृष्ट या श्रेष्ठ रचना भी है। इस एक अंग की वजह से पूरा मानव शरीर संचालित होता है। यह ठीक कंप्यूटर के सीपीयू की तरह है जिसके न होने से कंप्यूटर का कोई वजूद नहीं है। यह मानव तंत्रिका तंत्र का कमांड सेंटर हैं। यह सेंस ऑर्गन जैसे कि आंख, कान, जीभ, स्किन और नाक से इनपुट लेता है और हमारे मांसपेशियों को आउटपुट भेजता है।

मानव दिमाग का वजन

वयस्क (Adult) मनुष्य में मस्तिष्क का भार लगभग 1350 से 1400 ग्राम (3.3 lbs) होता है। पूरे मानव शरीर के वजन में एक मस्तिष्क का वजन 2 फीसदी के करीब होता है। यह खोपड़ी की कपालगुहा में सुरक्षित रहता है। कपाल गुहा का आयतन 1200 से 1500 घन सेंटीमीटर होता है। मस्तिष्क के चारों ओर दो झिल्लियाँ पाई जाती हैं। बाहरी झिल्ली को दृढ़तानिका और भीतरी झिल्ली को मृदुतानिका कहते हैं। दोनों झिल्लियों के मध्य प्रमस्तिष्क मेरुद्रव्य भरा रहता है। कपालगुहा मस्तिष्क की चोट, झटकों आदि से रक्षा करता है। मस्तिष्क का निर्माण तन्त्रिका कोशिकाओं तथा न्यूरोग्लियल कोशिकाओं के द्वारा होता है।

मानव दिमाग की संरचना

मानव मस्तिष्क में कई अलग-अलग क्षेत्र हैं। हर क्षेत्र की अपनी एक भूमिका और महत्व है। वैसे मानव मस्तिष्क को तीन भागों में बांटा गया है – अग्र मस्तिष्क (Forebrain), मध्य मस्तिष्क (Midbrain), पश्च मस्तिष्क (Brain stem or hind brain)

 

दिमाग ( ब्रेंन ) के रोग

  1. ब्रेंन कैंसर या ट्यूमर
  2. अल्जाइमर (एक तरह की भूलने की बीमारी)
  3. ब्रेन स्ट्रोक
  4. मिरगी
  5. मस्तिष्क को लकवा मारना
  6. ब्रेन एब्सेस (मस्तिष्क में बनने वाला फोड़ा)
  7. ब्रेन हेमरेज (मस्तिष्क में रक्तस्त्राव)
  8. मस्तिष्क ज्वर (इंसेफेलाइटिस)
  9. अन्य मानसिक विकार (डिप्रेशन, तनाव, द्विध्रुवी विकार)

मानव मस्तिष्क की क्षमता

कुछ वैज्ञानिकों की माने तो मानव मस्तिष्क की क्षमता इतनी है कि वह 4.7 बिलियन किताब अपने दिमाग में स्टोर कर सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि उसकी स्टोर करने की क्षमता 670 मिलियन वेबपेज की है। इसको हम कंप्यूटर के लिहाज से समझे तो मानव ब्रेन की क्षमता एक पेटाबाइट (Petabyte) यानि कुल 1 000 000 000 000 000 बाइट्स की है।