बच्चे को जिम्मेदार बनाने के तरीके

अगर आपका बच्चा हर बात में बहाना करता है और अपनी गलतियों के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहराता है, तो समझिए कि उसके अंदर जिम्मेदारी का भाव बहुत ही कम है। आज हम बच्चे को जिम्मेदार बनाने के तरीकों के बारे में बात करेंगे। ये तरीके कुछ ऐसे हैं जिसे यदि बच्चा यदि अपना ले तो आगे चलकर समस्याओं का हल खुद ही निकाल पाएगा।

बच्चे को जिम्मेदार बनाने के तरीके

उसकी ईमानदारी को प्रोत्साहित करें

आप इस बात का ध्यान दीजिए कि आपका बच्चा किसी भी समय, आप तक पहुंचने और बिना किसी हिचकिचाहट या भय के बोलने में सक्षम हो। यह आदत उसके आत्मविश्वास में बढ़तरी करेगा। इसके लिए आप अपने बच्चे से नियमित रूप से बात करें और सुनिश्चित करें कि आप एक अच्छे श्रोता या लिसनर हैं।

किसी भी समय जब आपका बच्चा कुछ साझा या शेयर करने के लिए आपके पास आता है, तो उसे बड़े ही ध्यान से सुनें। यहां तक कि अगर ऐसा कुछ भी है जिसे आप स्वीकार नहीं कर सकते हैं, तो तत्काल फैसला या आलोचना न करें। – बच्चे को स्वस्थ कैसे रखें

अपने बच्चे को काम में करे शामिल

अगर आप माता हो या फिर पिता, आप जो कुछ भी काम कर रहे हैं, कोशिश करें कि आपका बच्चा भी उस काम में शामिल हो। यदि आप किसी पार्टी के लिए बाहर जा रहे हैं, तो कपड़े के लिए कुछ विकल्प चुनें और अपने बच्चे से पूछें कि उन्हें कौन सा कपड़ा सबसे अच्छा लग रहा है।

बहुत कम उम्र के बच्चों को दो विकल्प देकर उनके विचार जानना उनको एक जिम्मेदार व्यक्ति बनाएगा। अपने बच्चे की राय पूछें जहां आपको लगता है कि उसकी राय यहां जरूरी है। यह आपके बच्चे को खास और बड़ा महसूस कराएगा। साथ ही यह जिम्मेदारी की भावना को भी प्रोत्साहित करेगा। – बच्चों के लिए गुड फूड हैबिट्स

अपने बच्चे की काम की करें सराहना

जब आप अपने बच्चे को कुछ जिम्मेदारी देते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप उसके प्रयास की प्रशंसा कर रहे हैं या नहीं। इससे बच्चा आगे जो भी काम करेगा बहुत ही मन लगा के करेगा। अगर आपका बच्चा कोई काम को पूरा कर लेता है तो आपको लगता है कि वह काफी जिम्मेदार था। इसके लिए अपने बच्चे की समझ और ईमानदारी की सराहना करें।

तत्काल समाधान की पेशकश न करें

अगर आपके बच्चे को कुछ परेशानी हो रही है, तो तुरंत मदद करने के लिए आगे न आएं। इसके लिए आप अपने बच्चे को समस्या के बारे में सही से बताइए और उसी से ही उसका समाधान लेने की कोशिश कीजिए।

अगर आपका बच्चा आपकी मदद के लिए पूछ रहा है, तो अपने बच्चे को स्थिति के माध्यम से मार्गदर्शन करें। तत्काल समाधान की पेशकश न करें। अपने बच्चे को स्थिति को स्वयं संभालने दें और समाधान के साथ उसे बाहर निकलने दीजिए। यह आदत उसे जवाबदेह और जिम्मेदारियों से भर देगा।

बच्चे के सामने सही उदाहरण करें पेश

अगर आप अपने बच्चे से प्रॉमिस कर रहे हैं तो उस प्रॉमिस पर टिकने की कोशिश कीजिए। भले ही आपकी नजर में उस प्रॉमिस का कोई महत्व नहीं है, लेकिन आपका बच्चा उस प्रॉमिस पर कई सारे सपने बुनने लगता है, ऐसे में यदि आप वादा नहीं निभाते तो वह निराश हो जाता है। इसलिए अपने बच्चे के सामने सही उदाहरण पेश करें।

आसान शब्दों में उसकी सफलता को बताएं

आपका बच्चा किसी कार्य की अवधारणा और उससे संबंधित परिणाम को समझने के लिए बहुत छोटा हो सकता है। लेकिन आप उसे आसान शब्दों में कोशिश करें और बताएं।

उदाहरण के लिए, यदि आपके बच्चे ने स्कूल परीक्षण में अच्छा प्रदर्शन किया है, तो इंगित करें कि आपके बच्चे ने कड़ी मेहनत की है, तो परीक्षा परिणाम बहुत अच्छे हैं। यह चीज आपके बच्चे को अच्छा महसूस कराएगा।