योग मुद्रा सर्वाइकल पेन

गर्दन के दर्द का इलाज हैं ये योग आसन

Cervical pain or neck pain yoga exercises in hindi.

जाने गर्दन के दर्द का इलाज योग आसन के द्वारा क्योंकि यह योग सर्विकल पैन के लिए बहुत ही मददगार होते हैं, cervical pain or neck pain yoga exercises in hindi.

आज समय कुछ ऐसा है जिसमें हर किसी को बेहतर चीज चाहिए जैसे कि अच्छी नौकरी, अच्छी तनख्वाह, अच्छा घर, उसकी लाइफ इसी बेहतर बनने की होड़ में लोग भाग रहे हैं। वो दूसरे व्यक्ति से बेहतर बनने के लिए दिन रात मेहनत करने में लगे हुए हैं, लेकिन जब हम लगातार मेहनत करते हैं, तो इससे हम बेहतर तो बन जाते हैं, लेकिन हमारे जिंदगी इसका शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक तौर पर बहुत ही गहरा असर पड़ता है। हम अपनी जरूरतों के चलते अपने आपको को तनावग्रस्त कर लेते हैं और अपने शरीर को काम करने वाली मशीन समझ लेते हैं। इस काम के चलते हमें कई रोग लग जाते हैं, उन्ही में से एक गर्दन का दर्द भी है।

गर्दन में होने वाली दर्द को चिकित्सा के अनुसार सर्वाइकल कहा जाता है। इस काम भरे दौर में इस दर्द का होना एक आम बात है, क्योंकि यह दर्द हमें तब होता है जब हम निरंतर एक ही मुद्रा में बैठकर काम करते हैं या हम रात को अच्छे तरीके के साथ नहीं सो पाते। इसके साथ जो लोग कंप्यूटर पर अधिक देर तक काम करते हैं, उन्हें अक्सर गर्दन दर्द के साथ-साथ कंधों में भी दर्द रहता है।

आप के काम के चलते आप को गर्दन में दर्द हो जाता है, तो आपको चिकित्सा का परामर्श आवश्य लेना चाहिए और साथ में कुछ ऐसे आसन करने चाहिए, जिसको करने से आपको गर्दन के दर्द में राहत मिलती है। क्योंकि योग करने से हमारी बीमारी जड़ से समाप्त हो जाती है आइये जानते हैं गर्दन के दर्द को ठीक करने वाले योग के बारे में…

गर्दन दर्द के लिए योग

जब भी हम कोई योग करते हैं, तो हमें कठिन योग अभ्यास नहीं करना चाहिए बल्कि कुछ ऐसे योग करने चाहिए, जिससे हमारे शरीर में लचीलापन आए और हमारा शरीर कठिन योग के लिए तैयार हो जाए। हम सीधे ही कठिन योग करने लगते हैं तो हमारे शरीर को परेशानी हो सकती है। गर्दन दर्द होने पर योग इस प्रकार से है…

1. ग्रीवा संचालन

इस आसन को आराम की मुद्रा में बैठकर किया जाता है। इस योग में गर्दन की मूवमेंट के अनुसार श्वास लेना और छोड़ना चाहिए। इस आसन को करने से हमारी गर्दन संबंधित कई परेशानियाँ दूर हो जाती है। इसको करने से हमारा शारीरिक तनाव के साथ साथ मानसिक तनाव भी कम हो जाता है।

2. बालासन

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठकर अपने सिर को जमीन से लगाएं। फिर अपने दोनों हाथों को सिर से लगाकर आगे की ओर सीधा करें और ध्यान दें कि आप की हथेलियाँ जमीन के साथ छूती हुई होनी चाहिए। अब अपने हिप्स को एडियों की तरफ ले जाते हुए सांस को बाहर की और छोड़ें। इस आसन को करने से आपकी पीठ का दर्द और गर्दन का दर्द ठीक हो जाएगा। इसके साथ आपका मन भी शांत हो जाएगा।

3. मत्स्यासन

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर चादर बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। फिर अपनी कुहनियों का सहारा लेते हुए सिर और धड़ को जमीन के साथ लगा दें। अब पीठ का उपरी हिस्सा तथा गर्दन को जमीन से ऊपर उठाएं। अपने हाथों को पेट की पर रख दें। जितनी देर इस स्तिथि में रुक सकें रुके रहे। बाद में अपनी पुरानी मुद्रा में आ जाएं।

4. विपरीत कर्नी आसन

इस आसन के द्वारा हल्के फुल्के पीठ दर्द में बहुत ही आराम मिलता है। इस आसन को करने के लिए दीवार का सहारा लेकर अपने पैरों को ऊपर की ओर किया जाता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं और टांगो को दीवार का सहारा देते हुए अपने पैरों को छत की ओर ले जाएं अपनी बांहों को फैलाकर शरीर के दोनों तरफ जमीन पर रख दें।

आपकी हथेली आकाश की तरफ खुली हुई होनी चाहिए। कुछ देर तक इस मुद्रा में रहें और फिर गहरी सांस लें और छोड़ दें। इस योग को करने से आपको मालिश की तरह फायदा मिलता है और आपकी सारी थकान दूर हो जाती है।

5. शवासन

शवासन को सबसे अंत में करना चाहिए। यह सबसे सरल आसन होता है। इस असन को करने के लिए जमीन पर सीधे लेट जाएं और अपने हाथों को शरीर के दोनों तरफ रख लें और अपने पैरों को थोड़ा खोल दें। इस अवस्था में आपकी हथेलियाँ आकाश की तरफ होनी चाहिए। इस स्तिथि में कम से कम 5 मिनट तक बने रहें।

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