योग मुद्रा

थकान दूर करने के उपाय – करें यह योग

Yoga asans to get rid of tiredness and laziness in hindi.

थकान दूर करने के उपाय - करें यह योग - Tiredness or laziness yoga tips in hindi

भागती-दौड़ती जिंदगी में लोग तनावों और दुश्चिंताओं से ग्रसित हो चुके हैं। ऐसे लोग इतने दबाव में हैं कि उन्हें सुकून की नींद भी नसीब नहीं है। ऐसे लोगों को शिथिलीकरण के आसन करना चाहिए।

शिथिलीकरण के आसन जिसे हम शरीर के थकान को दूर करने वाला आसन भी कहते हैं। इसमें कई तरह के आसन है। किसी भी स्वस्थ्य व्यक्ति के लिए इन आसनों का बहुत ही महत्व है। जो लोग योग और प्राणायाम को समझते हैं उन्हें इन आसनों की जानकारी है। ज्यादातर ये आसन व्यायाम या प्राणायाम के बाद किया जाता है।
देखने में यह आसन बहुत ही सरल लगते हैं लेकिन जब तक आप इसे उचित तरीके से नहीं करेंगे तो आपको इसका सही परिणाम देखने को नहीं मिलेगा। इस आसन में शरीर की सभी मांसपेशियों को चेतन रूप में शिथिल करना पड़ता है।

थकान दूर करने के लिए उपयोगी योग आसन

  • शवासन
    इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाइए और अपने पैरों को थोड़ा दूर करते हुए पूरे शरीर को ढ़ीला छोड़ दीजिए। इसमें श्वास को सहज होने दीजिए। इस आसन को करते समय एकाग्र होना बहुत ही जरूरी है।

शवासन के लाभ
शारीरिक और मानसिक रूप से थकान को दूर करता है।
सोने से पूर्व इस आसन का अभ्यास एक आदर्श माना जाता है।

शवासन की विधि और लाभ

  • अद्वासन
    इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाइए और दोनों हाथों को सामने की ओर सिर को जमीन पर टिकाते हुए फैला दीजिए। इसमें शवासन की तरह पूरे शरीर को ढीला छोड़ दीजिए तथा श्वास सहज और स्वाभाविक होना चाहिए।

अद्वासन के लाभ
रीढ़ संबंधी रोग, कड़ी गर्दन तथा सामने की ओर झुके शरीर में यह आसन बहुत ही उपयोगी है।

  • ज्येष्टिकासन
    पैरों को सीधे रखते हुए पेट के बल लेट जाइये। हाथों की अंगुलियों को एक-दूसरे में फंसाकर सिर के पिछले भाग पर रख दीजिए। इसमें भी आप पूरे शरीर को ढ़ीला छोड़ दीजिए।

ज्येष्टिकासन के लाभ
गर्भ के समय महिलाओं के लिए यह आसन को बहुत ही लाभकारी है।
गर्भाशय में यह आसन मांसपेशियों को शिथिल करता है।

ज्येष्टिकासन और अद्वासन की विधि और फायदे

  • मकरासन
    पेट के बल सपाट लेट जाइए तथा कुहनियों के सहारे सिर और कंधों उठाइये और हथेलियों पर ठुड्डी को टिका दीजिए। और आखों को बंद करके पूरे शरीर को ढीला छोड़ दीजिए।

मकरासन के लाभ
यह आसन उन लोगों के लिए बड़ा उपयोगी है जो स्लिप डिस्क या रीढ़ की हड्डी की किसी भी गड़बड़ी से पीड़ित हैं।
दमा तथा फेफड़ों के रोगों से पीड़ित लोगों को इस आसन को करना चाहिए।

  • मत्स्य क्रीड़ासन
    चटाई बिछाकर पेट के बल लेट जाइए और अंगुलियों को फंसाकर सिर के नीचे रख लीजिए। इसके बाद बायें पैर को बगल की ओर मोड़ लीजिए और जमीन से लगे हुए बायें घुटने को अपनी पसलियों की तरफ ले जाइए। अपनी भुजाओं को बायीं ओर घुमाकर ले जाइये और बायी कोहनी को बायीं जांघ पर रख लीजिए। अपने सिर के दायें भाग को अपने दाएं हाथ के मुड़े भाग पर रखें।

मत्स्य क्रीड़ासन के लाभ 

अतिरिक्त चर्बी को हटाने में यह आसन सहायक है।
आंतों को फैलाकर उनके अंदर की गतिशीलता को बढ़ाता है।
यह विश्राम का श्रेष्ठ आसन है जो कब्ज के निदान में सहायक है।

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