घरेलू नुस्खे - घरेलू उपचार

सर्दी जुकाम और खांसी का घरेलू उपाय है ये औषधि

सर्दी जुकाम और खांसी का घरेलू उपाय

तुलसी दक्षिण पूर्व एशिया और भारत जैसे दवाइयों की विभिन्न पारंपरिक और लोक प्रणालियों में एक महत्वपूर्ण औषधि है। पवित्र तुलसी अपने मजबूत औषधीय और उपचार गुणों के लिए जाना जाता है। यह मानव जाति के लिए सबसे पुरानी जड़ी बूटियों में से एक है, जिसमें कई तरह के स्वास्थ्य गुण है। इसका आप कई तरह से प्रयोग कर सकते हैं। ये इम्यूनिटी को बूस्ट करने के साथ ही तनाव, सिरदर्द और इंफेक्शन से राहत दिलाने का काम करती हैं।

सर्दी जुकाम और खांसी का घरेलू उपाय

तुलसी की चाय बनाएं

तुलसी की चाय बनाएं

एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर तुलसी की चाय कई तरह से लाभ प्रदान करता है। इसके लिए एक कप पानी में पांच से छह तुलसी की पत्तिेयों को अच्छी तरह उबाल लें। फिर इसे 8 से 10 मिनट तक उबलने दीजिए तथा बाद इसे एक कप में छान लें। दिन में दो बार ये चाय पीने से बुखार और सर्दी में राहत मिलेगी। इसके अलावा ये मलेरिया और डेंगू से भी बचाव में भी सहायता करता है।

तुलसी का रस

तुलसी का रस

 

तुलसी को एंटीड्रिप्रेसेंट दवाओं के समान दिखाया गया है। बुखार और सर्दी में लाभकारी तुलसी का रस बच्चों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है। इसके लिए आप 10 से 15 तुलसी की पत्तिियों का रस निकाल लें। हर दो से तीन घंटे में ये रस पीते रहें| इससे बहुत जल्दी लाभ होगा।

तुलसी वाला दूध

यदि बुखार कम नहीं हो रहा है तो तुलसी वाला दूध पीना आपके लिए बहुत लाभकारी रहेगा। इसके लिए आधे लीटर दूध में तुलसी की कुछ पत्तिीयों को डालें तथा इसमें दालचीनी भी डालें और अच्छी तरह से उबाल लें। इसके बाद इसमें ऊपर से थोड़ी सी मात्रा में चीनी मिला लें। इस दूध को पीने से बुखार में आराम मिलेगा। इसके अलावा ये वायरल बुखार में भी लाभकारी है। – तुलसी के पत्तों का फेस पैक

तुलसी के फायदे

1. तुलसी पाचन और तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है और सिरदर्द और अनिद्रा के लिए एक अच्छा उपाय माना जाता है। इसकी पत्तियों में मौजूद यूजीनॉल पाचन तंत्र में अच्छा माना जाता है। तुलसी शरीर के भीतर एसिड संतुलन में सहायता करता है और शरीर के उचित पीएच स्तर को बहाल करता है।

2. तुलसी और इसकी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण विभिन्न प्रकार की बीमारियों और विकारों का इलाज कर सकता है। तुलसी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हृदय रोग, रूमेटोइड गठिया और इंफ्लेमेटरी बाउल की स्थिति के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

3. तुलसी शरीर के नेचुरल पीएच स्तर को बहाल करने में सहायता करता है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद मिलती है।

4. तुलसी में मौजूद डिटॉक्स गुण आपके लिवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने मदद करते हैं। शरीर के लिए लिवर एक बहुत ही आवश्यक अंग है, क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तुलसी लिवर में वसा निर्माण को रोकने में मदद कर सकता है और अपने लिवर को स्वस्थ रख सकता है।

5. तुलसी के सेवन से रक्त में शुगर धीरे-धीरे रिलीज होता है, जो डायबिटीज के लिए बहुत जरूरी है। तुलसी में मौजूद आवश्यक तेल ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी सहायता करता है, जो मधुमेह के बीच एक सतत जोखिम कारक है। – सुबह खाली पेट पानी पीने के फायदे

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment