छोटे हाईट वाले व्यक्ति को अपने जीवन में एक चीज का अफसोस जरूर होता है। ‘एक सही हाईट न होना!’ उसे अहसास होता है कि उसके छोटे हाईट होने की वजह से लोग उसकी उपेक्षा करते हैं या फिर उसका मजाक उड़ाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि छोटी लंबाई वाले व्यक्ति ऊंचाइयों को नहीं छूतें। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है सचिन तेंदुलकर।
फिर भी एक सही हाईट किसी भी व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालता है। लोगों के जीवन में जब से बाजार ने दस्तक दिया है लोग अपनी सेहत और सुंदरता के लिए जागरूक हो गए हैंं। अपनी लंबाई को बढ़ाने के लिए तरह-तरह के तरीको को आजमाते हैं। बाजार से दवाई लेना, पाउडर का सेवन, डॉक्टर से सलाह लेना आदि जैसे उपायों को अपनाकर हाईट बढ़ाने की कोशिश करते है। लेकिन लंबाई बढाने के लिये बाजार में मिलने वाली दवाई और पाउडर का भी सेवन करने लगते हैं, जिससे कुछ साइड इफेक्ट्सा भी होते हैं। यदि आप लंबाई को बढ़ाना चाहते हैं तो कुछ पौष्टिक आहारों को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करें तथा नियमित रूप से लंबाई बढ़ाने वाले व्यायाम करें।
लंबाई बढ़ाने के तरीके – योग
तड़ासन योग
पेट, हाथ और पैरों आदि की मांसपेशियों में खिंचाव के लिए ताड़ासन बहुत ही उपयोगी आसन है। ताड़ासन करने से ना केवल कंधों के जोड़ मजबूत होते हैं बल्कि शरीर में पर्याप्त संतुलन और लचीलापन आता है। ताड़ासन की खासियत यह है कि इससे बच्चों की लंबाई बढ़ती है। अपने पैरों के बीच 4 से 6 इंच का गैप रखकर खड़े हो जाइए। इसके बाद दोनों भुजाओं को ऊपर की ओर उठाइए। इस दौरान अपनी आंखों को सामने पड़ने वाली किसी भी चीज पर अपनी दृष्टि जमा लीजिए। इसमें आपको अपनी एड़ियों को ऊपर की ओर उठाना होगा और अनुभव करना होगा कि आपको कोई ऊपर की ओर खींच रहा है। इसमें आपके शरीर का सारा भार आपकी पैरों की अंगुलियों पर होगा। इस अवस्था में आप अपने शारीर को पूरी तरह से खींचिए और धीरे धीरे एड़ियों को जमीन पर वापस लाइए।
चक्रासन योग
इस आसन को करने पर शरीर की आकृति चक्र के सामान नजर आती है इसलिए इस आसन को चक्रासन कहा जाता है। धनुरासन के विपरीत होने की वजह से इसे उर्ध्व धनुरासन भी कहते हैं। इसके लिए आप बाजुओं को शरीर के पास रखते हुए पीठ के बल लेट जाएं। घुटनों को मोड़ें और पैरों को फर्श पर नितंबों के पास रखें। बाजुओं को सिर के ऊपर उठाएं और फर्श पर दोनों कंधों के पास हथेलियों को रखें। इससे पेट की चर्बी कम करने और लंबाई बढ़ाने में मदद मिलती है।
पश्चिमोत्तानासन योग
तनाव, हैमस्ट्रिंग, रीढ़ की हड्डी और पीठ के निचले हिस्से में सुधार, पाचन में सुधार, थकान को कम करना, गुर्दे को स्वस्थ रखना आदि में काम आने वाला पश्चिमोत्तानासन आपकी लंबाई बढ़ाने में भी काम आता आता है। इसके लिए सबसे पहले सीधे बैठ जाएं और दोनों पैरों को फैलाकर एक सीध में रखें। फिर झुककर दोनों हाथों से पैरों के दोनों अंगूठे पकड़ने की कोशिश करें। इस बात का ध्यान दें कि आपके घुटने न मुड़ें।
भुजंगासन योग
भुजंगासन को हम सर्प आसन भी कहते हैं। भुजंग का अर्थ होता है सांप। जिस प्रकार सर्प का शरीर लचीला होता है उसी प्रकार यह आसन शरीर को लचीला और फुर्तीला बनाये रखने में सक्षम होता है। वैसे भुजंगासन लंबाई बढ़ाने में भी मदद करता है। पेट के बल लेट जाइये तथा पैरों को सीधा व लम्बा फैला दीजिये। हथेलियों को कन्धों के नीचे जमीन पर रखिये तथा सिर को जमीन से छूने दीजिये। विशेष रूप से पीठ की मांसपेशियों को शिथिल कीजिये। धीरे-धीरे सिर को व कन्धों को जमीन से ऊपर उठाइये तथा सिर को जितना पीछे की ओर ले जा सकें, ले जाइये। हाथों की सहायता के बिना कन्धों को केवल पीठ के सहारे ऊपर उठाने का प्रयत्न करना चाहिये। धीरे-धीरे पूरी पीठ को ऊपर की ओर तथा पीछे की ओर झुकाते हुए गोलाकार करते जाइये।
शीर्षासन योग
सबसे पहले समतल स्थान पर वज्रासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब आगे की ओर झुककर दोनों हाथों की कुहनियों को जमीन पर टिका दें तथा दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ लें। फिर सिर के बल उल्टे हो जाएं। इसके लिए आप दीवार की सपोर्ट भी ले सकते हैं। इस आसन में पूरे शरीर को सीधा रखें और सांस सामान्य रखें। इससे शरीर में रक्त का प्रवाह ठीक होता है तथा लंबाई बढ़ाने में मदद मिलती है। ये सभी आसन करने से पहले किसी एक्सपर्ट की राय जरूर ले लें।
वैसे कहा जाता है कि लंबाई बढ़ने की एक उम्र सीमा होती है बहुत ही कम देखा गया है कि उस उम्र सीमा के बाद लंबाई बढ़े।