थायराइड बीमारियां

थायराइड के लक्षण और घरेलू उपचार

Thyroid Symptoms and home remedies in hindi.

read here about Thyroid Symptoms and home remedies in hindi, यराइड के लक्षण, घरेलू उपचार और थायराइड होने के कारण क्या होते हैं.

थायराइड की समस्या इन दिनों गंभीर समस्या बनी हुई है। थायराइड दो तरह का होता है- हाइपरथायराइडिज्म और हाइपोथायराइड। महिला हो या पुरूष आजकल थायराइड किसी को भी अपने झांसे में लेने से नहीं चुक रहा है। बता दें कि थायराइड में वजन या तो अचानक से बढ़ जाता है या फिर अचानक से कम हो जाता है। यह रोग काफी तकलीफदेह होती है।

थायराइड के लक्षण क्या होते हैं ?

गर्दन में दर्द या सूजन का होना
आपके वजन का अचानक से बढ़ना या फिर वजन का कम हो जाना।
जल्दी ही आपको थकान सा महसूस होना।
भूख न लगना और पसीना अधिक आना आदि।

थाइराइड होने का क्या है कारण क्या होते हैं ?

बिना किसी बीमारी के दवाई खाते रहने से भी साइड इफेक्ट्स होता है जो थाइराइड भी हो सकता है।
बता दें कि टोंसिल्स, सिर और थाइमस ग्रंथि की परेशानी में एक्स-रे कराना भी थाइराइड का कारण बन सकता है।
आपका ज्यादा तनाव या टेंशन में रहने के कारण भी थायराइड हो सकती है।
यही नहीं, अगर आपके परिवार में किसी को पहले से ही थायराइड की समस्या हो तो यह भी एक मुख्य कारण बन सकता है।

थायराइड में क्या होता है:

थायराइड की वजह से हड्डियां सिकुडने लग जाती हैं और मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में आपके खून की नियमित जांच करवानी चाहिए। वहीं, अपने खाने में जितना हो सके हरी सब्जियों का सेवन करें।

थायराइड की समस्या से बचने के घरेलू उपाय :

दही व दूध
जिन लोगों को थायराइड की समस्या हैं उन्हें दही और दूध का इस्तेमाल अधिक से अधिक करना चाहिए। बता दें कि दूध और दही में मौजूद कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स थायराइड से ग्रसित लोगों को स्वस्थ बनाने में मदद करती है।

अदरक
पोटेशियम, मैग्नीश्यिम जैसे गुण अदरक में मौजूद होते हैं जो हमारे थायराइड की समस्या से निजात दिलवाने में मदद करते हैं। बता दें कि अदरक में एंटी-इंफलेमेटरी गुण थायराइड को बढ़ने से रोकती है और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार भी लाती है।

आयोडीन भी जरूरी
हाल ही में हुए नए रिसर्च में यह बात सामने आई है कि आयोडिन में मौजूद पोषक तत्व थायराइड ग्रंथी की कार्यप्रणाली को ठीक करने में मदद करता है।

मुलेठी
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि थायराइड के मरीजों को थकान बहुत जल्दी महसूस होने लगती है, एैसे में मुलेठी का सेवन करना बेहद फायदेमंद होगा। मुलेठी में मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथी को संतुलित बनाने में मदद करती हैं और थकान को उर्जा में बदल देती हैं। यही नहीं, मुलेठी थायराइड में कैंसर को बढ़ने से भी रोकता है।

फल और सब्जियां
अगर आप थायराइड के रोगी हैं तो कोशिश करें जितना हो सके फलों और सब्जियों का अपने खाने में शामिल करने का। बता दें कि फल और सब्जियों में एंटीआक्सिडेंटस होता है, जो थायराइड को कभी बढ़ने नहीं देता है।

गेहूं और ज्वार
जान लें कि थायराइड ग्रंथी को बढ़ने से रोकने के लिए आपको गेहूं के ज्वार का सेवन करना चाहि। गेहूं का ज्वार वाकई थायराइड की समस्या को दूर करने का एक बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय माना जाता है। यह साइनस, उच्च रक्तचाप और खून की कमी जैसी समस्याओं को रोकने में भी प्रभावी रूप से काम करता है।

बता दें कि थायराइड एक गंभीर समस्या है, जो सही समय पर पता चलने से इसका बचाव किया जा सकता है। थायराइड के लक्षणों को नजरअंदाज करना बेवकुफी होगी। समय पर जांच करवाते रहें और अपने खान-पान में भी ध्यान दें।

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