बीमारियां

नीम की पत्तियां चेचक के लिए कैसे है कारगर?

चेचक रोग के बारे में आपने सुना ही होगा। कहते हैं चेचक रोग का आना मतलब माता (भगवान) का आना। चेचक के होने से चेहरे व बॉडी के सभी अंग में काफी दाग-धब्बे हो जाते हैं या यूं कहे कि कभी-कभी चेचक के निशान भी छोड़ जाते हैं। ऐसे में लोगों का चेहरा पहले जैसा नहीं हो पाता है।

जैसा कि हम जानते हैं कि नीम में एंटी फंगल, एंटी बैक्टिरीया और एंटी इंफलैमैटरी गुण पाया जाता है। बता दें कि नीम लगभग हर तरह के इंफेक्शन को दूर करने का एक बेहद कारगर और नेचुरल उपाय माना जाता है। एक ओर जहां नीम की डंठल का इस्तेमाल दातून के रूप में किया जाता है वहीं दूसरी ओर इसकी छाल का इस्तेमाल दाद और दूसरे संक्रमण को दूर करने में किया जाता है। यही नहीं, इसकी पत्तियों का इस्तेमाल स्किरन से जुड़ी कई समस्याओं में किया जाता है।
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि नीम की पत्तियां चेचक के इलाज में भी बहुत कारगर हैं। यह चेचक को बढ़ने से रोकने का काम करती हैं। आपको बता दें कि चेचक रोग से पीड़ित इंसान के शरीर पर नीम के लेप और दूसरे उपाय करके हम इसके संक्रमण को कम कर सकते हैं।
आइए बताते हैं चेचक हो जाने पर नीम के किन उपायों को करने से होगा आपको फायदा :

 

जब कभी किसी को चेचक हो जाए तो वह नीम की पत्तिोयों से नहाए। इससे आपको फायदा पहुंचेगा। आप चाहे तो नीम की पत्तिोयों को एक गहरे बर्तन में ढककर उबाल सकते हैं। जब ये पानी ठंडा हो जाए तो इसे छान लें, फिर पत्तिरयों को अलग रख दें और पानी को नहाने वाली बाल्टी में नॉर्मल पानी के साथ मिला दें। इसके अलावा आप चाहें तो हल्के गुनगुने पानी में नीम की पत्तियां डालकर कुछ देर छोड़ दें। 10 से 15 मिनट तक इसे यूं ही रहने दें। इस पानी से मरीज को नहलाएं। ऐसा करने से इंफेक्शन कम होगा और आपको खुजली भी नहीं होगी।
आप चाहे तो नीम की पत्तियों को पीसकर एक पेस्ट तैयार कर लें। नहाने के बाद इस पेस्ट को बड्स की मदद से चेचक के दानों पर धीरे-धीरे लगाएं। हो सकता है पेस्ट लगाने के कुछ समय बाद आपको खुजली होने लगे लेकिन आप खुद पर कंट्रोल करें और बिल्कुल भी खुजलाएं नहीं। आप देखेंगे कि कुछ दिनों के इस्तेमाल से ही फायदा होने लगेगा।
जैसा कि आप जानते हैं कि चेचक एक संक्रामक बीमारी है, जो एक शख्स से दूसरे को भी हो सकती है। जब चेचक की पपड़ी गिरती है तो वो संक्रमण सबसे ज्यादा फैलाती है। ऐसे में पीड़ित को एक अलग बेड पर सुलाना चाहिए। बिस्तर पर नीम की पत्ति यों को फैला दें, जिससे कि मरीज को आराम मिलेगा और खुजली भी कंट्रोल होगी।

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