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दिवाली मनाने के सुरक्षित तरीके

How to celebrate diwali safely in hindi.

हिंदू धर्म का सबसे प्रसिद्ध और हर्षोउल्लास वाला त्यौहार दिवाली का इंतजार हर किसी को होता है। यह भारत देश के लिए इतना बड़ा त्यौहार है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसकी तैयारी महीनों पहले शुरू हो जाती है। कुछ समय पहले से ही घर, ऑफिस या फिर दुकान हर जगह इसकी रौनक दिखाई देने लगती है। इसके उत्सव में घरों के द्वारों, घरों व मंदिरों पर लाखों प्रकाशकों को प्रज्वलित किया जाता है। यह एक ऐसा त्यौहार है जिसकी वजह से हर घर में खुशियां और समृद्धि आती है। इस मौके पर लोग खरीदारी को शुभ मानते हैं। इससे दुकानों पर भी भीड़ ज्यादा रहती है। यह इतना बड़ा उत्सव है जिसमें न केवल भगवान गणेश और लक्ष्मी जी पूजा की जाती है बल्कि घर में अगल-अलग तरह के पकवान बनाएं जाते हैं, दोस्तों और रिश्तेदारों में बधाई देने के साथ मिठाईयां बांटी जाती है। बच्चे पटाखों में अपने आप को व्यस्त कर लेते हैं। ऐसे में इस अकेले त्यौहार से हर किसी के चेहरे मुस्कान आ जाती है।

हालांकि इतना बड़ा पर्व होने की वजह से कुछ लोग अपने निजी फायदे के लिए लोगों की स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने लगते हैं। इसलिए आइए हम आपको बताते हैं कि एक सुरक्षित और खुशहाल दिवाली कैसे मनाए?

1. जल्दीबाजी में कोई समान न खरीदें। कोई भी समान खरीदने से पहले उसे अच्छी तरह से देख और परख लें। खासकर सोने और चांदी की चीजें।
2. आजकल हर चीजों में मिलावट होने लगी है, इसलिए खरीदारी करते समय मिलावटखोरों से सावधान रहें।
2. दिवाली पर सबसे ज्यादा बिक्री मिठाईयों की होती है। इसलिए अपने, अपने परिवार और दोस्तों के स्वास्थ्य के लिए मिठाईयों की गुणवत्ता पर जरूर ध्यान दें। यही एक मौका होता है जब दुकानदार अपने निजी फायदे के लिए आपको नकली मिठाई देकर आपके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर सकता है।
3. हो सके तो दूध या खोये से बनी मिठाईयां न खाएं और न ही किसी को उपहार में दें, क्योंकि ये दिवाली से काफी दिन पहले बने होते हैं।
4. खाने-पीने के मामले में सावधानी बरतें। अगर मिठाई खाने के बाद कोई परेशानी होती है तो इसे हल्के में न लें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
5. पटाखा जलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए। हल्की सी लापरवाही नुकसान पहुंचा सकती है।
6. बाहर निकलते समय मरीजों को मास्क पहनना चाहिए तथा कान को कोई नुकसान न पहुंचे इसलिए ईयरफोन लगा लें।
7. बड़ों की उपस्थिति में बच्चों को पटाखे जलाने दें। इसके अलावा पटाखे जलाने के बाद पटाखों को कभी हाथ में नहीं पकड़े रहें, ऐसा करने पर वह हाथ में ही फट सकता है।
8. पटाखे जलाते समय ढीले-ढाले कपड़े खासकर फ्रॉक, अनारकली, साड़ी, सूट या नाइलॉन तथा टेरिकॉटन से बने कपड़े नहीं पहनें।
9. सबसे जरूरी बात अगर कपड़े में अगर आग लग जाए, तो उसे कंबल या पानी डालकर बुझाएं।
10. प्राथमिक चिकित्सा वाले किट को तैयार रखें। साथ ही आंखों में डालने वाले ड्रॉप की भी व्यवस्था कर लें, तो बेहतर होगा।
11. वैसे हो सके तो पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए पटाखे न जलाएं। क्योंकि इससे निकलने वाली शोर और धुंआ आपके स्वास्थ्य को खराब कर सकता है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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