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तांबे की कमी के लक्षण

तांबे की कमी के लक्षण

तांबा एक आवश्यक खनिज है जिसका शरीर में कई भूमिकाएं होती है। यह न केवल स्वस्थ चयापचय (healthy metabolism) को बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि यह मजबूत और स्वस्थ हड्डियों को बढ़ावा देता है। यह सुनिश्चित करता है कि आपका तंत्रिका तंत्र ठीक से काम कर रहा है या नहीं। हालांकि तांबे की कमी के लक्षण हमारे शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।

थकान और कमजोरी

थकान और कमजोरी

आज के वक्त में हर समय थकान रहना बहुत सामान्य बात हो गई है। थकान शारीरिक और दिमागी दोनों तरह की हो सकती है। कॉपर या तांबे की कमी थकान और कमजोरी के कई कारणों में से एक हो सकती है। दरअसल जब तांबे का स्तर कम होता है, तो शरीर कम आयरन अवशोषित कर पाता है। शरीर में आयरन की कमी एनीमिया का करण बन सकती है।

यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर अपने ऊतकों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं ले जा पाता है। ऑक्सीजन की कमी आपको कमजोर कर सकती है और आप आसानी से थक सकते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि तांबे की कमी से एनीमिया हो सकता है। इसके लिए आप तांबे से समृद्ध आहार का सेवन कीजिए। इससे एनीमिया को ठीक करने में मदद मिल सकती है।

बार-बार बीमार रहना

बार-बार बीमार रहना

रोग प्रतिरोधक क्षमता या इम्यून सिस्टम के कमजोर होने पर बीमारियों का असर जल्दी होता है। ऐसे में शरीर कमजोर हो जाता है और हम जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं। हमारा इम्यून सिस्टम हमें कई तरह की बीमारियों से सुरक्षि।त रखता है। जो लोग अक्सर बीमार रहते हैं। उनके शरीर में तांबे की कमी रहती है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम को बनाए रखने में तांबा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब शरीर में तांबे के स्तर कम होता है, तो आपका शरीर इम्यूनिटी सेल्स को बनाने के लिए संघर्ष कर सकता है। सौभाग्य से, तांबे समृद्ध खाद्य पदार्थ खाने से इन प्रभावों को दूर करने में मदद मिल सकती है। – याददाश्त कमजोर होना 

हड्डियों का कमजोर होना

हड्डियों का कमजोर होना

शरीर और मांसपेशि‍यों का आधार हमारी हड्डि यां हैं इसलिए हमें अपनी हड्डियों को मजबूत रखना चाहिए। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती है। यह बढ़ती उम्र के साथ आम हो जाती है। इसके अलावा हड्डियों का कमजोर होना तांबे की कमी से जुड़ा हुआ है।

उदाहरण के लिए, 2,100 से अधिक लोगों सहित आठ अध्ययनों के विश्लेषण में पाया गया है कि ऑस्टियोपोरोसिस वाले लोगों में स्वस्थ वयस्कों की तुलना में तांबे का निम्न स्तर देखा गया है। इसलिए अपने आहार में कॉपर या तांबे को शामिल कीजिए। कॉपर या तांबा उन प्रक्रियाओं में शामिल है जो हड्डी के ऊतकों को मजबूत करने में मदद करता है।

विजन का कमजोर होना

विजन का कमजोर होना

विजन का कमजोर होना एक गंभीर स्थिति है। अगर शरीर में लंबे समय तक तांबे की कमी है तो यह समस्या देखी जा सकती है। तांबे का उपयोग कई एंजाइमों द्वारा किया जाता है जो तंत्रिका तंत्र को ठीक तरह से काम करने में मदद करते हैं। इसका मतलब यह है कि तांबे की कमी से तंत्रिका तंत्र में समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें दृष्टि हानि या विजन को नुकसान शामिल है। – लिवर की कमजोरी के लक्षण

कॉपर की कमी से बाल प्रभावित

बालों का रंग भी पिगमेंट मेलेनिन से प्रभावित होता है। शरीर में तांबे का कम स्तर मेलेनिन गठन को प्रभावित कर सकता है, तांबा की कमी से समय से पहले भूरे बाल हो सकते हैं। आपको बता दें कि मेलेनिन बालों को रंग प्रदान करता है और मेलेनिन का उत्पािदन शरीर में तांबे की मात्रा पर निर्भर है। अगर शरीर में तांबे की कमी है तो बाल सफेद या भूरे हो जाते हैं।

चलने में कठिनाई

चलने में कठिनाई

तांबे की कमी वाले लोगों को ठीक से चलना मुश्किल हो सकता है। एंजाइम रीढ़ की हड्डी के ऑप्टिमल हेल्थ को बनाए रखने के लिए तांबे का उपयोग करता है। तांबे की कमी से ये एंजाइम प्रभावी ढंग से काम नहीं कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप रीढ़ की हड्डी का इन्सुलेशन कम होता है।

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