छाले ही तो हैं, छालों का क्या! जी हाँ, छाले की समस्या से अक्सर लोगों को दो-चार होते देखा गया है. इससे परेशान लोगों को बोलने के साथ ही खाने-पीने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
मुँह के छालों के पीछे क्या है ?
पेट साफ न होने, संतुलित आहार का अभाव, पान-मसालों के सेवन से मुँह में छालों की समस्या हो जाती है.
मुँह के छालो का घरेलू उपचार :
त्रिफला
इसके राख को शहद में मिलाकर छाले वाले स्थान पर लगायें. मुँह में थूक भर जाने पर कुल्ला करें. इससे छालों से राहत मिलती है.
नीम की छाल
दालचीनी, मुनक्का, नीम की छाल और इंद्र जौ को मिलाकर काढ़ा बना लें. इस काढ़े में शहद को मिलाकर पीने से छालों की समस्या में राहत मिलती है.
अमृतधारा
अमृतधारा में तीन द्रव्य होते हैं- पेपरमिंट, सत अजवायन और कपूर को एक शीशे में डालकर धूप में रखें. यह पिघलकर अमृतधारा बन जाती है. मुँह के छालों में यह राहत देती है.
इसके साथ यह भी रखें ध्यान –
- न करें तंबाकू का सेवन.
- दिन में दो बार दाँतों की सफाई करें.
- तला-भुना और मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन न करें.
- हरी सब्जियों और फलों का नियमित सेवन करें.
- पानी से गरारे करें.
- मुँह में पानी भर चेहरों को धोयें.
- अलसी के दाने चबायें.
- नारियल-दूध के सेवन से छालों से छुटकारा मिल सकती है.