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ब्लड डोनेट करने के फायदे

blood donation benefits in hindi

ऐसा माना गया है कि रक्तदान (ब्लड डोनेट) से बड़ा कोई धर्म नहीं है। अगर आप अपने शरीर की कुछ बुंदों से किसी को नई जिंदगी दे रहे हैं तो समझिए कि आप सबसे बड़ा सामाजिक कर्म कर रहे हैं। हमारे द्वारा दिया गया रक्त न केवल कई जिंदगिया बचाता है बल्कि उनके परिवारों में खुशहाली भी लेकर आता है। ये परिवार जरूरत के वक्त आपसे मिले इस तोहफे को उम्र भर यादकर आपका ऋणी रहता है।

वैसे रक्तदान को महादान कहा गया है लेकिन आमतौर पर लोग इसको लेकर कई धारणाए बना लेते हैं। उन्हें लगने लगता है कि ब्लड डोनेट करने से कमजोरी हो जाती है। वह कई तरह के बहाने भी बनाते हैं जैसे, मुझे कई तरह की बीमारी हो सकती है, मैं बीमार रहता हूं इसलिए मैं ब्लड नहीं दे सकता, मेरे पास समय नहीं है आदि।
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ब्लड डोनेट करना न केवल सामाजिक सेवा है बल्किी इसके कुछ व्यक्ति गत फायदे भी हैं। आइए उन फायदों पर नजर दौड़ाते हैं।

1. कैंसर के खतरे को रोकता है
अव्यव्स्थित और अनियमित जीवनशैली हमे कई गंभीर बीमारियों की ओर ले जाती है। कैंसर उन्ही में से एक है। कैंसर का नाम सुनकर अच्छे-अच्छों के पसीने छूट सकते हैं लेकिन समय रहते इस बीमारी को टाला जा सकता है। इसके लिए आप अपने जीवन में पौष्टिकता और व्यायाम को शामिल करें। हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि नियमित रूप से ब्लड डोनेट करने वालों को भी कैंसर होने का खतरा बहुत कम होता है।

2. दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है
जिस तरह से शरीर में आयरन की मात्रा का कम होने खतरनाक हो सकता है, उसी तरह इसकी अधिकता भी नुकसानदेह है। अगर आप नियमित रूप से रक्तदान करते हैं तो शरीर में आयरन की संतुलित मात्रा बनी रहती है। ब्लड डोनेट करने से दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा भी कम होता है। इससे हार्ट अटैक आने की आशंका भी कम हो जाती है। आप हमेशा स्वस्थ रहते हैं।

3. वजन कंट्रोल करने में मददगार
आप रक्तदान करके अपने वजन भी नियंत्रित कर सकते हैं। इससे कैलोरी भी बर्न होती है।

4. दूसरों के जीवन को बचाते हैं
रक्त दान एक ऐसा दान है जिसके जरिए आप दूसरों के जीवन को बचाते हैं। यह करके आप मरीज और उसके परिवारवालों के घर खुशियां लेकर आते हैं।

कौन कर सकता है रक्तदान
1. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 से 68 वर्ष के बीच हो रक्तदान कर सकता है।
2. इसके अलावा जिसका वजन 45 किलोग्राम से अधिक हो।
3. जिसके रक्त में हिमोग्लोबिन का प्रतिशत 12 प्रतिशत से अधिक हो, वह भी कर सकता है रक्तदान
हालांकि बहुत जल्दी-जल्दी ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए। आमतौर पर एक स्वस्थ आदमी को 3 महीने के अंतराल पर ब्लड डोनेट करना चाहिए।

ये नहीं करें रक्तदान
महावारी के दौर से गुजर रही महिला या फिर बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिला ब्लड डोनेट नहीं कर सकती।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हर साल ‘विश्व रक्त दाता दिवस’ के रूप में मनाने के लिए 14 जून का दिन तय किया है। अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। इसलिए रक्तदान को अपना धर्म समझकर उसे अपने जीवन में उतारिए।

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