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बार बार पेशाब आने से कैसे पाएं छुटकारा

बार बार पेशाब आने से कैसे पाएं छुटकारा

उम्र कोई सा भी हो बार बार पेशाब आने की समस्या कई बार लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बन जाती है। कई युवा रोगियों को मूत्र पथ या यूरिनरी ट्रैक में एक असामान्य रुकावट का अनुभव होता है, जिसे एक फंक्शनल ब्लाडर आउटलेट अवरोध भी कहा जाता है। हालांकि इस तरह की समस्या का निदान है। आइए उसके बारे में जानते हैं।

बार बार पेशाब आने से कैसे पाएं छुटकारा

अनार का सेवन

अनार के रस में एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। इसमें रेड वाइन और हरी चाय की तुलना में तीन गुना अधिक एंटीऑक्सिडेंट होता है। यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के शोधकर्ताओं का मानना है कि अनार का जूस पीने से खून में फैटी एसिड की मात्रा कम होती है। अनार के रस में एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को दूर करने, क्षति से कोशिकाओं की रक्षा, और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। बार-बार पेशाब आने पर आप अनार का सेवन कीजिए।

पालक

पालक अपने आप में एक सुपर फूड है इसमें पाए जाने वाले तत्वों में मुख्य रूप से कैल्शियम, आयरन, खनिज लवण, सोडियम, क्लोरीन, फास्फोरस, प्रोटीन, विटामिन ‘ए’ एवं ‘सी’ आदि उल्लेखनीय हैं। इन तत्वों में भी आयरन विशेष रूप से पाया जाता है।

यदि आप इसका नियमित सेवन करते हैं तो यह मधुमेह वाले लोगों में ग्लूकोज नियंत्रण में सुधार करता है, इसके अलावा कैंसर के खतरे को कम करना, रक्तचाप को कम करना, हड्डियों के स्वास्थ्य को सुधारना, अस्थमा के विकास के जोखिम को कम करने मदद करना आदि शामिल है। बार बार पेशाब आने पर आप उबला हुआ पालक का सेवन कीजिए। इससे मूत्र प्रवाह को कम करने में मदद मिलती है।

दालचीनी पाउडर

यह अपने मनमोहक सुगंध के लिए जाना जाता है। अनुसंधान में दालचीनी के स्वास्थ्य लाभ में मधुमेह, हृदय रोग, उच्च कोलेस्ट्रॉल और यहां तक कि एचआईवी का इलाज भी दिखाया गया है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है जो सूजन और जलन के लक्षण कम कर सकता है। यह स्वस्थ किडनी को भी बढ़ावा देता है। जिसको बार-बार पेशाब आने की समस्या है उन्हें अपने आहार में दालचीनी पाउडर को शामिल करना चाहिए। आप दालचीनी पाउडर की चाय भी पी सकते हैं।

दही

दही

दही को नियमित रूप से खाने से आंतों के रोग और पेट की बीमारियां से अराम मिलता है। कैल्शियम, विटामिन बी-2, विटामिन बी -12, पोटेशियम, और मैग्नीशियम से भरपूर दही अपने अपने प्रोबायोटिक्स गुणों के लिए जाना जाता है। प्रोबायोटिक्स में भरपूर दही स्वस्थ पाचन तंत्र और स्वस्थ गुर्दे को बढ़ावा देने में सहायता करता है। इसके अलावा आप दही का सेवन करके बार-बार पेशाब आने की समस्या को भी दूर कर सकते हैं।

गुड़

गुड़ स्वा द की दृष्टि से नहीं बल्कि सेहत की दृष्टि से बहुत गुणकारी है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्यों कि अकसर डॉक्ट र आपके स्वारस्य्ष् के लिए मीठे खासतौर से चीनी से दूर रहने की सलाह देते हैं, लेकिन गुड़ के साथ ऐसा कोई बंधन नहीं है। यह एक डिटॉक्स के रूप में कार्य करता है, क्योंकि यह शरीर से गंदा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने से लिवर को शुद्ध करने में मदद करता है।

एंटीऑक्सिडेंट्स और खनिज जैसे जस्ता और सेलेनियम से भरपूर गुड़ संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोध को बढ़ावा देने में सहायता करता है। अक्सर पेशाब के लक्षणों के उपचार के लिए गुड़ एक लोकप्रिय उपाय है।

आंवला

आंवला

आंवला निश्चित रूप से पोषक तत्वों का एक पावर हाउस है। आवश्यक खनिजों और विटामिन, जो हमारे शरीर के कल्याण के लिए अभिन्न हैं। विटामिन सी का एक बड़ा स्रोत है। इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने और मूत्र पथ के संक्रमण यानी यूटीआई की संभावित समस्याओं का इलाज करने में बहुत ही मदद करता है।

जीरा

गर्म प्रकृति का जीरा भोजन में अरुचि, पेट फूलना, अपच आदि समस्यायों को दूर करने में जीरा एक उपयोगी औषधि की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। पाचन समस्याओं को कम करने में जीरा का बहुत ही अहम रोल रहता है। अगर आप इसका गर्म पानी के साथ रोजाना सेवन करते करते हैं तो बार बार पेशाब आने से छुटकारा पाने का बेहतर इलाज है।

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