आज हम आपको इलाइची के फायदे और नुकसान के बारे बताने जा रहे हैं। इलाइची स्वाद और सुगंध के कारण भारत के खानपान में खूब इस्तेमाल की जाती है। इलाइची स्वाद में ही नहीं, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इलाइची पोटेशियम, कैल्शियम, सल्फर, आयरन, मैगज़ीन, मैग्नीशियम जैसे खनिजों का बहुत अच्छा स्त्रोत होता है। इसके अलावा यह कई महत्वपूर्ण विटामिनों से समृद्द होता है जिनमें राइबोफ्लेविन, नियासिन और विटामिन सी पाया जाता है।
यदि आप इलाइची के औषधीय गुणों के देखें, तो इसमें रोगाणुरोधी, एंटी ऑक्सीडेंट, वातानुलोभिक, आक्षेपनाश्क, पचानेवाले, मूत्र वर्धक, उत्तेजक, भूख बढ़ाने वाला और टॉनिक गुण इसमें मौजूद होते हैं। इलाइची में कई रोगनाशक स्वास्थ्य को बढ़ाने देने वाली स्वास्थ्यवर्धक क्षमता होती है। इलाइची का सेवन करने से कई फायदे प्राप्त होते हैं जैसे भूख का बढ़ना, मुंह की बदबू दूर, एनीमिया की कमजोरी, ह्रदय, कैंसर आदि में बचाव करती हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इलाइची के फायदे और नुकसान के बारे में।
इलाइची खाने के फायदे – Elaichi khane ke fayde
किडनी में सुधार
इलाइची गुर्दे के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है, क्योंकि यह पेशाब को बढ़ती है। इसके साथ ही यह रक्तचाप को कम करती है। इलाइची गुर्दे में जमे कैल्शियम और यूरिन को हटाने में मदद करती है। इलाइची किडनी को स्वास्थ्य रखने के लिए कारागार औषधि मानी जाती है। इलाइची का नियमित इस्तेमाल करने से किडनी, मूत्राशय और पेशाब संबंधी कई समस्याएं जैसे पथरी, पेशाब में जलन, बार बार पेशाब लगने की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
पाचन को सुधारती है
इलाइची पाचन क्रिया को ठीक करने में मदद करती है क्योंकि इसमें वातानुलोभक गुण पायें जाते हैं। यह पेट फूलना और सूजन में मदद करती है। इलाइची पित्त के प्रभाव को बढ़ती है। जिससे वसा के पाचन और अन्य पोषक तत्वों में सुधार आता है। इलाइची कब्ज, बदहजमी, एसिडिटी, पेट के संक्रमण आदि के लिए एक कारागार औषधि है।
मुंह की बदबू दूर करे
इलाइची में एंटी बैक्टीरियल गुण होने के कारण यह मुंह में पैदा होने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर देती है। इसमें मौजूद सुहानी महक मुंह को सुगन्धित करती है। जब भी आपने खाना खाने के बाद अपना मुंह फ्रेश करना होता है तब आप इलाइची का सेवन कर सकते हैं। आप इलाइची की चाय या गर्म पानी में इलाइची का पाउडर डालकर कुल्ला करने से मुंह की बदबू दूर हो जाती है।
शरीर के विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालती है
इलाइची शरीर के विषाक्त पदार्थ को शरीर से बाहर निकलती है क्योंकि यह एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। यह मैगनीज का भी अच्छा स्रोत है, जो शरीर से फ्री रेडिकल्स को शरीर से बाहर निकालती है। जब शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते है, तब शरीर में उर्जा की बढोत्तरी होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।
ह्रदय गति को नियमित रखें
इसमें मौजूद पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज तत्व ह्रदय को स्वास्थ्य रखने में सर्वोत्तम होते हैं। पोटेशियम हमारे खून, कोशिकाओं और एनी द्रव्य में पायें जाने वाला पदार्थ है। ह्रदय गति और ब्लडप्रेशर को नियमित रखने के लिए पोटेशियम की आवश्यकता होती है जो हमें इलाइची के सेवन से प्राप्त हो जाता है।
एनीमिया में
इलाइची में शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो एनीमिया के दौरान हुई विटामिन की कमी को दूर करते हैं। जिन लोगों को एनीमिया की कमी होती हैं उनके रात को एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी और चुटकी भर इलाइची पाउडर डाल कर पीना चाहिए।
कैंसर से लड़े
इलाइची में IC3 और DIM नामक कैंसर फाइटर पाए जाते हैं जो ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर को बढ़ावा देने वाले हार्मोन को रोकते हैं। इलाइची का नियमित रूप से सेवन करने पर कैंसर की संभावना कम हो जाती है।
अस्थमा की समस्या को दूर करे
इलाइची का नियमित रूप से थोड़ा थोड़ा सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। जिन लोगों को अस्थमा या कफ की समस्या होती है। उन्हें भोजन या चाय में इलाइची पाउडर डाल लेनी चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए फायदेमंद होती है।
इलाइची के नुकसान – Elaichi khane ke Nuksan
लंबे समय तक अधिक मात्रा में इलाइची का सेवन साँस संबंधी विकार पैदा कर सकता है।
इलाइची का अधिक समय सेवन या लंबे समय तक सेवन करने से एलर्जी हो सकती है।
इलाइची का अधिक सेवन करने से पित्त पथरी हो सकती है।
इलाइची का अधिक सेवन करने से मतली का मन हो सकता हैं।