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कलाई को मजबूत करने वाले योग

कलाई को मजबूत करने वाले योग टिप्स जाने ताकि आप रहें फिट और तंदुरुस्त, wrist strengthening yoga exercises tips hindi

आज के समय में हर कोई पूरा दिन कंप्यूटर पर बैठा रहता है। माउस और की बोर्ड पर आपकी उंगलियाँ भले ही आपके काम का हिस्सा हो, लेकिन इसका सारा जोर आपकी कलाइयों पर पड़ता है। जब आप अधिक समय तक कंप्यूटर पर काम करते हैं तब आपक कलाईयों में दर्द होने लगता है। ऐसे में आपको कलाई को मजबूत करने वाले योग करने चाहिए जैसे कि बकासन, अष्टवक्रासन, मयूरासन आदि करने चाहिए। ऐसे में आज हम आपको कलाई को मजबूत करने वाले योग के बारे में बताएंगें। जिसे पढ़कर आप कलाई दर्द से राहत पा सकते हो।

कलाई को मजबूत करने वाले योग

कलाई को मजबूत करने के लिए अष्टवक्रासन

कलाई को मजबूत करने के लिए अष्टवक्रासन

अष्टवक्रासन करने से आपके हाथ और भुजाएं दोनों ही मजबूत होते हैं और शरीर लचीला और संतुलित रहता है। अष्टवक्रासन करने में थोडा कठिन जरुर होता है, लेकिन इससे मिलने वाले लाभ अधिक होते हैं। अस्ट वक्र शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों से बना हुआ है अस्ट तथा वक्र। अस्ट का अर्थ होता है आठ और वक्र का अर्थ है शरीर को मोड़ना।

इस आसन को करने के लिए अपने दोनों पेरों को घुटनों से मोड़ का बैठ जाएं। इसके बाद अपनी दोनों हथेलियों पर अपने शरीर का सारा भार टिका लें। अपने पैरों को दाहिनी तरफ इस तरह से फैलाने का प्रयास करें कि आपके दोनों पैर आपके दाहिने हाथ जो जमीन पर टिका हुआ है। अब अपने दोनों पैरों को जमीन से उठा लें और अपने दोनों पैरों को सीधा करने का प्रयास करें। इस प्रक्रिया को बाई और से भी करें।

अधो मुख व्रक्सासन

इस आसन को करने से कंधों, हाथ और कलाई को मजबूती प्रदान होती है। यह आसन तनाव को कम करके दिमाग को रिलैक्स करता है। जब आप इस आसन को करते हैं, तब आपके शरीर के संतुलन में सुधार होता है। इसके साथ ही यह पेट के खिचाव में मदद करता है, जो लोग हल्के डिप्रेशन के शिकार होते हैं, उनकी यह मदद करता है। इस आसन को करने के लिए एक दीवार से कुछ इंच दूर जमीन पर अपने हाथों को रखें। अपने कलाई को अपने कंधों की सिध पर रखें।

फिर एक घुटने को मोड़ते हुए अपने दुसरे पैर पर रखें। जब आप इस स्तिथि में आरामदायक महसूस करे। तब अपने पैरों को सीधा कर लें। फिर दूसरे पैर को धीरे-धीरे करके उपर उठायें और ऐसी ही मुंद्रा में खुद को आरामदायक होने को रखें। इस बात को सुनिश्चित करें कि आपका सिर ऊपरी बाजू के बीच हो एक से दो मिनट के लिए इसी मुंद्रा में बने रहे और गहरी साँस ले। धीरे-धीरे एक-एक करके अपने पैरों को नीचे लायें। यह आसन शुरुआत में मुश्किल हो सकता है, लेकिन बाद में इसकी आदत हो जाती है।

मयूरासन योग

मयूरासन अर्थात मयूर की तरह किया जाने वाला आसन इस आसन में आपका शरीर मयूर की तरह दिखाई देता है। इस आसन को करने के लिए बहुत ही सावधानियां बरतनी की आवश्यकता होती है। इस आसन को करते समय शरीर का पूरा भार हाथों पर टिका होता है और शरीर हवा में लहराता है। मयूरासन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल लेट जाएं और आगे की और झुक जाएं। आगे झुकते दोनों हाथों की कोहनियों को मोड़कर नाभि पर लगा कर जमीन पर सटा लें।

इसके बाद अपना संतुलन बनाते हुए घुटनों को धीरे-धीरे सीधा करने की कोशिश करें। अब आपका पूरा शरीर सीध में हैं और आपके हाथ ही केवल जमीन के साथ सटे हुए है। इस आसन को करते समय संतुलन बनाएं रखने की आवश्यकता होती है, जो पहली बार में संभव नहीं होता। लेकिन जब आप इसका नियमित अभ्यास करते हो तब आप इसे आसानी से कर सकते हो।

कलाई को मजबूत करने के लिए बकासन

कलाई को मजबूत करने के लिए बकासन

यह काम्पेक्ट हाथ संतुलन बकासन एब्स और आर्म को टोन और मजबूत करने में मदद करता है। इसके साथ ही बकासन करने से आपको ध्यान को केंद्रित करने की शक्ति मिलती है। इस आसन के अभ्यास से मन एकाग्र हो जाता है। इसके साथ ही यह कंधे संबंधी रोगीं के लिए भी यह लाभकारी होता है। बकासन को करने के लिए अपने दोनों हाथों की हथेलियों को जमीन पर लगाएं। अब दोनों घुटनों को कंधे के पास भुजा पर रखिए। इसके बाद अपने पैरों को जमीन से उठाइये। ध्यान रहे आपका पूरा शरीर जमीन से उठा हुआ होना चाहिए। केवल आपके हाथ ही जमीन से लगे हुए होने चाहिए।

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