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किस दिशा की तरफ सिर या पैर करके सोना चाहिए

किस दिशा की तरफ सिर या पैर करके सोना चाहिए और किस तरफ पैर कर के नहीं सोना चाहिए

नींद न पूरी होने की वजह हम कई तरह के रोगों को बुलावा देते हैं। इन रोगों में शामिल है अवसाद, वजन, उच्च रक्तचाप और कई पुरानी स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं। डॉक्टर के मुताबिक हमें हर रोज 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेना चाहिए। लेकिन हमें इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि हमारे सोने की सही दिशा क्या होनी चाहिए। मसलन किस दिशा की तरफ सिर करके सोना चाहिए या किस दिशा की तरफ पैर करके सोना चाहिए।

वैसे सोने से कई तरह के फायदे मिलते हैं। इसका न केवल आपके मस्तिष्क में सुधार होता है बल्कि आप लंबी उम्र तक जीते भी हैं। इससे रचनात्मकता की भावना भी जगती है। आप हमेशा जागरूक भी रहते हैं और आपका वजन भी संतुलित रहता है। इसके अलावा जो लोग तनाव की समस्या से गुजर रहे हैं, उन्हें भी अच्छी नींद आराम देने का काम करती है।

कई बार सोने के सही तरीके न होने की वजह से पीठ और गर्दन का दर्द, पेट में दर्द, ब्लड प्रेशर, मानसिक तनाव, समय से पहले झुर्रियां जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है। वैसे शास्त्रों की माने तो जब भी आप सोयें दिशाओं का जरूर ध्यान दें। सोते समय सिर किस दिशा में होना चाहिए या फिर किस तरफ पैर करके सोचाना इस बात का जरूर ध्यान दें।

पूर्व की दिशा की ओर सिर रखें

पूर्व की दिशा की ओर सिर रखें

शास्त्रों के अनुसार जहां से सूर्य निकलता है उस दिशा में सिर होना चाहिए और पैर पश्चिम दिशा में होना चाहिए। सनातन धर्म में सूर्य को जीवनदाता माना गया है। पूर्व में सिर रखकर सोने से आसानी से नींद आती है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि आपके सिर पूर्व की दिशा में सबसे ज्यादा आराम करते हैं। यह स्मृति और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। छात्रों और बच्चों को पूर्व में आराम करने वाले सिर के साथ सोने से बहुत ही आराम मिलता है। वैसे शास्त्रों में यह माना गया है कि पूर्व की दिशा की ओर वही सो सकता है जो सन्यासी है। तो अगर हम इस प्रश्न का उत्तर चाहते हैं की किस तरफ सिर करके सोना चाहिए तो सबसे सही दिशा पूर्व होती है। इससे पता चलता है की सोते समय आपके पैर पश्चिम दिशा में होने चाहिए।

दक्षिण दिशा की ओर सिर रखें

दक्षिण दिशा की ओर सिर रखें

दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना बेहतर माना गया है। ऐसी स्थिति में स्वाभाविक तौर पर पैर उत्तर दिशा में रहेगा। शास्त्रों के अनुसार दक्षिण की दिशा में सोने से शरीर रिलेक्स और उर्जावान महसूस करता है। शास्त्रों के अनुसार जब हम दक्षिण की ओर सिर करके सोते हैं, तो यह ऊर्जा हमारे सिर की ओर से प्रवेश करती है और पैरों की ओर से बाहर निकल जाती है।

शास्त्रों की माने तो इस दिशा में सोने से खुशी, धन और समृद्धि को बढ़ाने में मदद मिलती है। यह स्थिति आपके लिए अच्छा है। यदि आप तनाव में हैं, तो यह तनाव को कम करने में मदद करता है।

उत्तर की दिशा में कभी न सोयें

शास्त्रों के अनुसार उत्तर की दिशा मृत्यु की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में सिर रखकर सोने से शरीर में संकुचन आता है, जिसे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है और सवेरे उठने पर मन भारी रहता है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि उत्तर की ओर सिर और दक्षिण की ओर पैर रखकर सोने से चुम्बकीय धारा पैरों से प्रवेश करके सिर तक पहुंचती है जो सेहत के लिए सही नहीं माना जाता।

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