हेल्थ टिप्स हिन्दी

स्वर्ण भस्म – फायदे, उपयोग और नुकसान

Swarn bhasm health benefits and ill effects in hindi.

विस्तार में जाने स्वर्ण भस्म के फायदे, नुकसान, सावधानियां आपकी सेहत के लिए, gold ash health benefits, side effects, precautions in hindi.

प्राचीन आयुर्वैदिक दवा में स्वर्ण भस्म का स्थान सबसे पहले आता है। स्वर्ण भस्म, स्वर्ण अर्थात गोल्ड से तैयार होता है। स्वर्ण भस्म का उपयोग कई तरह के संक्रमण, ह्रदय रोग, दमा, मानसिक रोग, ज्वर सहित खांसी, टीबी, एनीमिया, मांसपेशियों में कमजोरी, पुरुषों की कमजोरी, फेफड़ों के संक्रमण, बांझपन आदि के लिए किया जाता है।

यह भस्म गठिया के लिए बहुत ही लाभकारी होती है। आज हम स्वर्ण भस्म के लाभ, इसका उपयोग करने का तरीका और इसके दुष्प्रभाव के बारे में जानेंगे।

स्वर्ण भस्म

स्वर्ण भस्म का उपयोग

आइये जानते हैं स्वर्ण भस्म का उपयोग हम किन-किन स्थितियों में कर सकते हैं

1. मानसिक रोग
2. मानसिक दुर्बलता
3. तनाव
4. चिंता
5. डिप्रेशन
6. मानसिक असंतुलन
7. पक्षाघात
8. मिर्गी
9. ज्वर विशेषत: जीर्ण ज्वर
10. दमा
11. हर तरह के संक्रमण
12. पुरानी खांसी
13. फेफड़ों के संक्रमण
14. ह्रदय रोग
15. त्वचा रोग
16. ह्रदय की कमजोरी
17. बुढ़ापा
18. त्वचा और रूप में हानि
19. प्रमेह
20. कुष्ठ रोग
21. आँखों में जलन

स्वर्ण भस्म के लाभ

स्वर्ण भस्म एक विशिष्ट प्रकार की औषधि है। इसका प्रभाव शरीर के लगभग सभी अंगों पर होता है। यह आपके शरीर को स्वस्थ्य बनाएं रखने में बहुत ही मददगार होती है। इसका प्रयोग हम कई तरह के रोगों के उपचार के लिए कर सकते हैं जैसे आँख निकलना, मधुमेह, गठिया, अस्थमा आदि। आइये जानते हैं स्वर्ण भस्म के कुछ अन्य लाभों के बारे में।

1. ह्रदय टॉनिक

स्वर्ण भस्म एक उत्कृष्ट ह्रदय टॉनिक है, जो आपकी दिल की कमजोरी को दूर करके दिल की क्षमता हो बढ़ावा देता है। यह आपके ह्रदय और ह्रदय की मांसपेशियों को शक्ति प्रदान करती है। यह आपके रक्तचाप को समान्य रखने में भी मददगार होता है। इसे अतिरिक्त यह खून के विषह्र्ण और धमनियों की सफाई में सुधार लाता है।

2. रक्त शुद्धि

शरीर में संक्रमण या अपच के कारण कई तरह के विषाक्त पदार्थ बनने लगते हैं। इन्ही पदार्थों के कारण हमारे शरीर में कई तरह के रोग उत्पन्न हो जाते हैं। स्वर्ण भस्म का सेवन करने से हमारे शरीर से यह सारे विषाक्त पदार्थ दूर हो जाते हैं। जिससे हमारा शरीर निरोग हो जाता है। यह वात पित और कफ को दूर करने में भी सहायक होती है।

चांदी भस्म के फायदे, सावधानियां और विधि

3. त्वचा रोग

यह सोरायसिस जैसे विभिन्न पुरानी और जीर्ण त्वचा रोग शोथ, सूजन, जलन, लालिमा और खुजली आदि में लाभकारी है। इससे हमारी त्वचा में क्रांति के साथ-साथ निखार भी आता है।

4. मानसिक विकार

मानसिक विकार

यह मानसिक रोग जैसे अल्जाइमर,पार्किसन्स रोग आदि को ठीक करने और उसे रोकने में कारगर होती है। यह मस्तिष्क की सूजन को कम करती है इसके द्वारा हमारी एकाग्रता और स्मृति में बढोत्तरी होती है।

5. रोग प्रतिरोधक बढाने वाला

यह हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है और वायरल संक्रमण के खिलाफ खड़े होकर शरीर को शक्ति प्रदान करता है। स्वर्ण भस्म कैंसर के इलाज में भी बहुत लाभकारी होती है।

6. आंख आना

यह आंख आना, खुजली, लालिमा, जलन और सूजन के उपचार के लिए भी फायदेमंद होती है।

7. मधुमेह

मधुमेह

स्वर्ण भस्म मधुमेह के कारण पुरुषों में आई हुई शारीरिक शक्ति में कमी को दूर करने में सहायक होती है। शिथिलता और पुरुषों में शीघ्रपतन के लिए प्राकृतिक उपचार में भी यह लोकप्रिय है। मधुमेह में नसे कमजोर हो जाती है। इस मामले में स्वर्ण भस्म के बहुत ही अच्छे परिणाम देती है।

8. बांझपन दूर करें

स्वर्ण भस्म महिलाओं में अन्य औषधियों के साथ बांझपन दूर करने में भी सहायक होती है।

9. कैंसर रोगियों के लिए

कैंसर रोगियों के लिए स्वर्ण भस्म (Swarna bhasma) एक सहायक की तरह काम करता है। यह न केवल यह कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकता है बल्कि शरीर के ऊतकों के अवांछित विकास से लड़ने के लिए इम्यूनिटी में सुधार करता है।

10. अपचन में करे काम

स्वर्ण भस्म (Swarna bhasma) अपचन और माइक्रोबियल इंफेक्शन या संक्रमण का सामना करने में मदद करता है। यह शरीर में जहरीले संचय को हटाने को बढ़ावा देता है और इस प्रकार उनके द्वारा होने वाली बीमारियों के जोखिम को समाप्त करता है।

11. तनाव

स्वर्ण भस्म अलगाव, असहिष्णुता, ध्यान की कमी, चिंता, चिड़चिड़ाहट, चरम उदासी, अनिद्रा आदि जैसे संबंधित लक्षणों को कम कर सकता है। इसे लेने से पहले विशेषज्ञ की जरूर राय लें।

स्वर्ण भस्म सेवन विधि और मात्रा

स्वर्ण भस्म की मात्रा आपके स्वास्थ्य पर अधिक निर्भर करता है ऐसे में आप चिकित्सक की सलाह ले सकते हैं। स्वर्ण भस्म की सामान्य खुराक कुछ इस प्रकार से हैं:

0 से 5 बर्ष तक – 5 मिलीग्राम प्रतिदिन
5 से 10 बर्ष तक – 10 मिलीग्राम प्रतिदिन
10 से 16 बर्ष तक -15 मिलीग्राम प्रतिदिन
16 बर्ष से बड़े – 15 से 30 मिलीग्राम प्रतिदिन

स्वर्ण भस्म के नुकसान

यदि आप स्वर्ण भस्म का प्रयोग व सेवन निर्धारित मात्रा में या फिर चिकित्सक की देखरेख में करते हैं तब आपको किसी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिलेगा। लेकिन यदि आप इसकी निर्धारित मात्रा से अधिक ले रहे हो तो आपको साइड इफेक्ट हो सकता है।

स्वर्ण भस्म –  सावधानियां

1. इसे बच्चों की पहुंच और दृष्टि से दूर रखें
2. इसे आप लगभग 9 महीने तक इस्तेमाल कर सकते हो
3. स्वयं औषधि लेना खतरनाक साबित हो सकती है
4. उचित खुराक का सेवन एक सीमित अवधि तक करना चाहिए

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment