थायराइड हेल्थ टिप्स हिन्दी

थायराइड रोग के कारण और बचने के टिप्स

थायराइड रोग के कारण और बचने के टिप्स

ठंड और सुस्त लगना, थकना, वजन बढ़ना और रुखी त्वचा तथा बाल ये सभी थायराइड रोग के लक्षण है, लेकिन आज हम थायराइड रोग के कारण के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि थायरॉइड रोग ऐसी स्थिति हैं जो थायराइड ग्रंथि को प्रभावित करती हैं, जो गर्दन के सामने एक तितली के आकार की ग्रंथि है।

पूरे शरीर में कई मेटाबॉलिज्म या चयापचय प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए थायराइड की महत्वपूर्ण भूमिकाएं होती हैं। विभिन्न प्रकार के थायरॉइड विकार या तो इसकी संरचना या कार्य को प्रभावित करते हैं।

थायराइड रोग के कारण

थायराइड रोग के कारण

आयोडीन

थायराइड रोग के कारण में आयोडिन शामिल है। आपके थायराइड को काम करने के लिए आयोडीन की आवश्यकता है। थायराइड का काम है की वो आयोडीन का उपयोग करके जरूरी थायराइड हार्मोन बनाये और हमारे शरीर के सारे हिस्सों में पहुचाये, जब जरूरत से ज्यादा या कम हार्मोन बनने लगे तो थायराइड की समस्या उत्पन बनने लगती है।

दरअसल आपकी थायराइड ग्रंथि आयोडीन का थायराइड हार्मोन बनाने के लिए इसका उपयोग करता है, जो ग्रोथ को नियंत्रित करने, क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत और स्वस्थ मेटाबॉलिज्म का समर्थन करने में मदद करता है।

इम्यूनिटी

थायराइड रोग के कारण एक कारण इम्यूनिटी भी है। आपकी इम्यून सिस्टम गृह सुरक्षा गार्ड की तरह कार्य करती है। इसका काम खतरनाक बैक्टीरिया, वायरस और कवक को आपके शरीर के अंदर आने और आपको चोट पहुंचाने से रोकना है। जब आपकी इम्यून सिस्टम आपके अंदर होने वाली किसी चीज पर हमला करती है, तो हम इसे एक ऑटोम्यून प्रतिक्रिया कहते हैं।

जब इम्यून सिस्टम आपके थायराइड पर हमला करती है तो आपको थायराइड की समस्या देखने को मिलती है। वैसे डॉक्टर पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं हैं कि प्रतिरक्षा प्रणाली, जो हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया से शरीर की रक्षा करने वाली है, कभी-कभी शरीर के स्वस्थ ऊतकों के खिलाफ हो जाती है।

थायराइड रोग से बचने के टिप्स

थायराइड रोग से बचने के टिप्स

1. धूम्रपान कार्डियोवैस्कुलर बीमारी से हर तीन मौतों में से एक का कारण बनता है। यदि आप धूम्रपान कर रहे हैं और आपको थायराइड की बीमारी है, तो आप दिल की समस्याओं के लिए अपना जोखिम बढ़ा रहे हैं।

2. जितना अधिक आप अपना वजन स्वस्थ रेंज में रख सकते हैं, उतना ही आप अपने खराब कोलेस्ट्रॉल और अन्य हृदय जोखिम को कम कर सकते हैं। इससे आप थायराइड रोग से भी दूर रह पाएंगे।

3. अगर आप थायराइड के मरीज हैं तो गोभी, ब्रोकली और पालक खाने से बचें। दरअसल, गोभी, ब्रोकली और पालक में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो थायराइड हार्मोंस के स्त्राव को जल्दी प्रभावित करता है।

4. एंटीऑक्सिडेंट उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने और डिजेनरेटिव बीमारी से लड़ने में मदद करने के लिए जाने जाते हैं। ये थायराइड रोग से मुक्ति के लिए भी शानदार हैं, खासकर अगर आपको ऑटोम्यून्यून थायराइड विकार है। – हाइपरथाइरॉयडिज्म: क्या है और जाने इसके लक्षण

दरअसल थायराइड ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के लिए बहुत संवेदनशील है। फल और सब्जियों के सेवन से आपको बहुत से एंटीऑक्सिडेंट्स के साथ-साथ बी विटामिन मिलता है जो आपके बहुमूल्य थायराइड की रक्षा करने और उचित हार्मोन संतुलन सुनिश्चित करने में मदद करता है। ब्लूबेरी, टमाटर, शिमला मिर्च, और एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध अन्य खाद्य पदार्थ समग्र स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं और थायराइड ग्रंथि का लाभ उठा सकते हैं।

5. एंजाइमों के लिए सेलेनियम की छोटी मात्रा की आवश्यकता होती है जो थायराइड हार्मोन को ठीक से काम करने के लिए बनाती है। सेलेनियम युक्त समृद्ध खाद्य पदार्थ, जैसे कि सूरजमुखी के बीज या ब्राजील नट्स खाने से लाभकारी हो सकता है।

6. अध्ययनों से पता चलता है कि सोयाबीन और सोया समृद्ध खाद्य पदार्थों में फाइटोस्ट्रोजेन, एंजाइम की गतिविधि को रोक सकता है जो थायराइड हार्मोन बनाता है। – थायराइड कैंसर क्या है और इसके लक्षण

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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