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काम के बीच लेते रहे ब्रेक, वरना हो सकता है हार्ट अटैक

Take regular breaks in work to remain fit - read in hindi

क्या आपकी भी आदत है काफी देर तक बैठे रहते हुए काम करना, जवाब अगर हां में है तो बदल दें क्योंकि लंबे समय तक बैठे रहना दिल के लिए ठीक नहीं होता। रिसर्च में यह बात सामने आई है कि लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से दिल की हार्ट बीट कम होने लगती है और साथ ही धमनियों में कैल्शियम का भी बढ़ाव हो जाता है, जिससे दिल के दौरे का खतरा बहुत बढ़ जाता है।

कुछ लोग खुद को काम को लेकर इतने पागल हो जाते हैं कि उन्हें बस अपने काम से ही मतलब होता है। यह आदत अच्छी है लेकिन काम के बीच में छोटे छोटे ब्रेक ज़रूर लेने चाहिए, इससे आपके अंदर की ऊर्जा शक्ति बढ़ती है और आपको काम करने में पहले से भी ज्यादा मन लगेगा। आपको बता दें कि देर तक बैठने और दिल में एथेरोस्केलोसिस के बनने में संबंध है।

रोजाना बैठने के समय में कमी लाएं : 

यह बहुत कम लोग ही जानते हैं कि रोजाना सामान्य से एक घंटा ज्यादा बैठने से र्कोनरी ऑर्टी केल्शिफिकेशन का खतरा बढ़ जाता है। आलसी होकर इधर-उधर ना घूमना, ना चलना आपको बड़ी बीमारी का शिकार बना सकता है। खुद को हमेशा एक्टिव रखने का कोशिश करें। आपके लिए अच्छा यही होगा कि आप अपने रोजाना बैठने के समय में एक से दो घंटे की कमी करना शुरू कर दें। इससे तभी कार्डियोवैस्कूलर स्वास्थ्य पर प्रभावी सकारात्मक असर होता है।

कैसे लें काम के बीच ब्रेक :

अपनी जगह से प्यार करना अच्छी बात हैं, लेकिन अपने सीट से यूं चिपके रहना अच्छी बात नहीं। कई लोगों की नौकरी डेस्क पर बैठकर काम करने की होती है, कहीं-कहीं तो 8-10 घंटे लगातार बैठे रहना पड़ जाता है। ऐसे लोगों को अकसर सलाह दी जाती है कि काम में बार-बार ब्रेक लेते रहें। यही नहीं थोड़ी-थोड़ी देर पर उठकर टहला भी करें। आइए बताते हैं कुछ टिप्स –

• अगर आप चाय के शौकिन हैं तो आप टी-ब्रेक ले सकते हैं। काम करते हुए जैसे ही 2 घंटे हो जाए चाय ब्रेक पर चले जाए।

• चैटिंग के शैकिन है तो आप अपने ऑफिस के दोस्तों संग कुछ टाइम काम के बीच में निकालकर जरूर करें।

• मोटापे से परेशान हैं तो काम के बीच में उठकर अपने ऑफिस का चक्कर काट आए, इससे आपका वजन तो घटेगा ही साथ ही ब्रेक भी मिल जाएगा।

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रिसर्च में आई यह बात सामने : 

एक रिसर्च में लगभग 2,000 लोगों को शामिल किया और उन्हें पहनने के लिए एक डिवाइस दिया गया, ताकि उनकी हफ्ते भर की गतिविधियों का आंकड़ा मिलता रहे। लोगों ने औसतन रोजाना 5.1 घंटे बैठकर बिताए और फिजिकल मूवमेंटस् औसतन सिर्फ 29 मिनट का रहा।

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