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कही आप विटामिन डी का ओवरडोज तो नहीं ले रहे हैं

Kahin ap jyada vitamin d toh nhi le rahe

कुछ दवाईयों की जानकारी क्या हो जाती है तो लोग खुद को डॉक्टर ही समझ बैठते हैं, और बिना सोचे समझे कोई भी दवाई खाने लगते हैं। कभी-कभी यह जान लेवा भी साबित हो जाता है। इन दिनों लोग विटामिन डी का सेवन बिना किसी डॉक्टर की सलाह लेते जा रहे हैं। जरा सा जॉइंट पेन क्या होता लोग विटामिन डी की गोलियां खाने लगते हैं। विटामिन डी की गोलियां काफी कॉमन हो गई हैं। इसे हर उम्र के लोग खाने लगे हैं।  

रिसर्च में यह बात सामने आई है कि विटामिन डी को ऐसे ही खाते रहने से आपका बॉडी असर करना बंद कर देता है और फिर यह गोली साइड इफेक्ट दिखाना शुरू कर देता है। जरूरत से ज्यादा विटामिन डी का सेवन करने से हो सकती है आपकी मौत: 

कहते हैं ना किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती। जी हां, ज्यादा कुछ भी खा लेने से अपच या उलटी हो सकती है, ठीक उसी तरह डोज से ज्यादा दवाई खा लेने से आपको गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज सेवन करने से आपकी मौत हो सकती है। चाहे वो पानी ही क्यों ना हो। 

किसी भी इंसान के शरीर को 30 से 70 नैनो ग्राम मिली लीटर विटामिन डी की जरूरत होती है। अगर आपके बॉडी में विटामिन डी की मात्रा 20 से 30 नैनो ग्राम मिली लीटर के बीच है तो कम है, वहीं अगर यह 20 से नीचे और 70 से उपर है तो मामला गंभीर है।  

 

कैसे विटामिन डी की कमी से बढ़ता है सुगर का स्तर 

बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि विटामिन डी की कमी के कारण आपके बॉडी में कैल्शियम जमा नहीं हो पाता है जिसका सीधा असर आपके हड्डियों पर पड़ता है। इसे आपकी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। नए रिसर्च में यह बात सामने आई है कि इसका कनेक्शन मधुमेह से भी जुड़ा है। बॉडी में विटामिन डी की कमी आपके सुगर स्तर को बढ़ाती है। इसलिए विटामिन डी बहुत जरूरी है। 

जैसा की हम जानते हैं कि सूरज की रोशनी और खाने की कुछ चीजों को छोड़कर हमारे और कई सारे खाने में विटामिन डी नहीं मिल पाती है। जिसे बॉडी में विटामिन डी की कमी हो जाती है, जिससे लोगों को डॉक्टर विटामिन डी की गोलियां या फिर पाउंडर खाने की सलाह देते हैं। 

 

विटामिन डी को लेकर जागरूक बनें 

क्या आप जानते हैं कि बॉडी में कैल्शियम ज्यादा होने पर वह धमनी में जमा हो जाती है जो आपके खून के फ्लो को रोक देती है। यही कारण है कि मरीज को दिल का दौरा या ब्रेन हैमरेज हो सकता है। किसी भी बॉडी में विटामिन डी की जरूरत आवश्य होती है लेकिन एक लिमिट मात्रा में, ना ज्यादा ना कम। आपके के लिए बेस्ट यही होगा कि आप डॉक्टर की सलाह लिये बिना कोई भी विटामिन की गोली ना खाइए। अभी भी भारत में 80 फीसदी लोग हैं जो विटामिन डी की कमी से जुझ रहे हैं। ऐसे में जागरुक होना और अपने आस-पास जागरुकता फैलाना बहुत ही जरूरी है। 

 

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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