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किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त हैं, जाने कैसे

किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त

यह तो आपने सुना ही होगा कि किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त हैं। दरअसल यह बात सच है क्योंकि किताबें ही वह दोस्त है, जो कोई मांग नहीं करती और हमें ज्ञान देने के अलावा किसी भी तरह की आपत्ति नहीं जताती। आइए जानते हैं कि कैसे किताबे हमारी अच्छी दोस्त है।

किताब हो तो आप अकेला महसूस नहीं करते

आपके हाथ में यदि किताब हो तो आप अकेला महसूस नहीं करते। आपको लगता है कि आपके साथ कोई बात कर रहा है, कोई आपको कहानियां सुना रहा है और आपको एक अलग ही दुनिया में ले जा रहा है। एक ऐसी दुनिया जहां आप केवल अपनी किताबों के साथ हैं।

किताबें कहीं भी जाने के लिए हो जाती हैं तैयार

किताबें कहीं भी जाने के लिए हो जाती हैं तैयार

किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त इसलिए भी है जिसे कहीं लेना जाने के लिए लालच नहीं देना पड़ता या फिर भावनात्मक रूप से उसे मनाया नहीं जाता। किताबें हमेशा आपके साथ कहीं भी जाने के लिए तैयार रहती हैं। आप इसे कहीं कार में ले जाओं, कहीं घूम रहे हैं तो वहां ले जाओं या फिर आप किसी लाइन में खड़े है तो वहां जाओं। इसमें इतना धैर्य होता है कि यह विरोध भी नहीं करती।

किताबें नहीं करती आपको जज

आज के समय में कई संबंध इसलिए भी खराब हो जाते हैं क्योंकि लोग बिना सोचे-समझे जजमेंट करने लगते हैं। किताबों के साथ ऐसा नहीं है। वह आपको कभी जज नहीं करती हैं। आप जिस तरह की भी लाइफ जीते हैं वह उसे पसंद नहीं करती। किताबें तभी आपको सलाह देती है जब आपको जरूरत होती है।

किताबें गुस्सा नहीं करती

अगर आप कोई ब्रेक लेना चाह रहे हैं या फिर उसे कहीं साथ लेकर नहीं जा रहे हैं तो वह गुस्सा भी नहीं दिखाती। वह हमेशा आपके साथ ईमानदार बनी रहती है।

किताबों में कोई जलन नहीं

किताबों में कोई जलन नहीं

किताब माइंड या फिर आपत्ति नहीं जताती जब आप कोई और किताब को अपनी जिंदगी में शामिल कर लेती हैं। इस चीज को लेकर उसे कोई जलन नहीं होती। इसके अलावा इसे इस बात से भी एतराज नहीं है कि आप इसे किसके साथ साझां कर रहे हैं।

एक बहुत ही अच्छा उपहार

किताबें अपने आप में एक बहुत ही अच्छा उपहार है। आप इसे उपहार के रूप में किसी और को भी दे सकते हैं। यह आपत्ति भी नहीं जताती।

आपको हंसाती हैं किताबें

एक अच्छे दोस्त की तरह किताबें आपको हंसाती है। इसके लिए न तो वह कीमत लेती है और न ही कोई चीज की डिमांड करती है। हालांकि कभी-कभी किताबें आपको रुलाती भी हैं लेकिन इसमें आपका कोई नुकसान नहीं होता।

आपको सिखाती है किताबें

आपको सिखाती है किताबें

बिना किसी लेक्चर के किताबें आपको बहुत ही अच्छी तरह से सिखाती हैं। यह आपको अच्छे तरीके से सलाह भी देती हैं।

किताबों को विशेष रूप से शक्ति का एक स्रोत के रूप में जाना जाता है, किसी प्रतिकूल स्थिति का सामना करने की शक्ति। जीवन के प्रति एक अलग दृष्टिकोण बनाकर या आप के विकास के बारे में बताकर किताबें हमेशा आपकी मदद करने के लिए तैयार होती हैं।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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