बीमारी और उपचार

मुँह की बदबू का इलाज़

Bad breath treatment in hindi

मुंह से दुर्गंध आना एक स्वाभाविक लेकिन शर्मिंदा करने वाली समस्या है। कई बार सुबह उठने पर मुंह से बदबू आने की समस्या सामना करना पड़ता है। बात करते हुए भी मुंह से बदूब आने की समस्या को महसूस किया जा सकता है। कई बार ब्रश करने के बाद भी लोगों में बदबू आने की समस्या दूर नहीं होती है। मुंह से बदबू आने की समस्या को हेलीटोसिस नाम दिया गया है। डेंटिस्ट के मुताबिक ये समस्या आमतौर पर हर तीसरे व्यक्ति में पायी जाती है। मुंह से बदबू आने की समस्या ऐसे व्यक्तियों में पायी जाती है, जिनमें पायरिया और पेट से संबंधित बीमारियां पायी जाती हैं। कई बार इससे आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।

जीभ की साफ-सफाई

अक्सर देखा जाता है कि दिन में दो बार ब्रश करने के बाद भी मुंह से बदबू आने वाली समस्या से जूझना पड़ता है। इसलिए बेहतर होता है कि जीभ की भी ढ़ंग से सफाई की जाएं। कई बार जीभ के ढ़ंग से साफ न होने पर भी बदबू आती है। दरअसल जीभ पर खाने की गंदगी की कई परतें चढ़ जाती हैं, जो कि मुंह से निकलने वाली बदबूदार हवा के लिए जिम्मेदार होती है। बाजार में ऐसे ब्रश भी मौजूद हैं जिनके पीछे की ओर से जीभ साफ करने का विकल्प दिया होता है। जिसे अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

ग्रीन टी

मुंह से दुर्गंध आने की समस्या में ग्रीन टी का उपयोग करना बेहतर होता है। प्राकृतिक उपचार होने के साथ ही इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि चाय में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और सल्फर यौगिकों मिलकर मुंह की दुर्गंध से मुकाबला करते है। शोध के मुताबिक एंटीआक्सीडेंट्स कैविटी की समस्या को भी दूर करते हैं। इसलए मुंह से दुर्गंध दूर करने में ग्रीन टी, मिंट और च्यू गम से ज्याद कारगर साबित होती है।

च्यूगम

ताजी सांस के लिए च्यूगम का उपयोग थोड़े समय के लिए तो एक बेहतर विकल्प है। लेकिन इससे हमेशा के लिए मुंह की दुर्गंध की समस्या से निजात नहीं पाया जा सकता है। सूखे मुंह में च्यूगम चबाने से पूरी तरह से मुंह से बदबू आने की समस्या नहीं रोकी जा सकती है कयोंकि च्यूगम चबाने लार की आवश्यकता होती है। हालांकि थोड़े समय के लिए मुंह से बदबू दूर करने के लिए ये एक बेहतर तरीका हो सकता है।

सीसम और फूलों के तेल से कुल्ला करना

ये एक तरह की पुरानी भारतीय चिकित्सा पद्धति है। जिसका इन दिनों का तेजी से उपयोग हो रहा है। इसमें सीसम और फूलों से प्राप्त तेल को थोड़ी देर के लिए मुंह में रखकर कुल्ला करने से मुंह की दुर्गंध से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके उपयोग मौखिक के साथ ही शारीरिक लाभ भी पहुंचाता है। शोध के मुताबिक इसका उपयोग ठीक एक माउथ फ्रेशर की तरह ही होता है। इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं। इसके साथ ही सब जगह उपलब्ध भी है।

मुंह की दुर्गंध की वजह से कई बार आपकों शर्मिंदा भी होना पड़ सकता है। इससे आपकी सोशल लाइफ भी खराब हो सकती है। हालांकि दंत चिकित्सक दुर्गंध दूर करने के लिए कई माउथ फ्रेशनर का सुझाव देते हैं। लेकिन ये माउथ फ्रेशनर काफी महंगे भी होते हैं। इससे अच्छा ये है कि ऊपर सुझाए गए उपायों को अपना कर आसानी से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

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