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ये हैं टॉप की 3 बीमारियां जिससे होती हैं, सबसे ज्यादा मौतें

आजकल हर तरह की बीमारियां बढ़ रही है। ऐसी-ऐसी बीमारियां उत्पन हो रही है, जिसका कई बार नाम भी नहीं लिया जाता, जैसे कोरोनरी आर्टरी डिजीज, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज आदि। वैसे यह सोचने वाली बात है कि 20-25 साल पहले ये बीमारिया बहुत कम थी। अचानक ऐसा हमने क्या कर दिया कि यह बीमारियां या इससे जुड़ी दूसरी बीमारियां बढ़ने लगी। इस पर हम सभी को जरूर सोचना चाहिए। आइए जानते हैं तीन वह बीमारी जिससे विश्व में सबसे ज्यादा लोग मर रहे हैं।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज
कोरोनरी आर्टरी डिजीज यानी CAD दुनिया की सबसे घातक बीमारी है। इस बीमारी से सालभर में लाखों लोगों की जान जाती है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज तब होता है जब हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती हैं। अगर समय रहते हुए इसका इलाज नहीं किया गया, तो हार्ट फेल हो सकता है और जान भी जा सकती है।

कोरोनरी आर्टरी डिजीज – किन लोगों को है ज्यादा खतरा

जो लोग हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल के शिकार है, उन्हें इसका ज्यादा खतरा है। इसके अलावा धूम्रपान करने वाले लोग और जिनका वजन ज्यादा है तथा जिन्हें डायबिटीज है, उन्हें भी कोरोनरी आर्टरी डिजीज हो सकता है। अगर आपके परिवार में किसी को कोरोनरी आर्टरी डिजीज है, तो आपके भी इस बीमारी की चपेट में आने की संभावना है।

ये बीमारी न हो इसके लिए क्या करें
अगर आप इनमें से किसी भी रिस्क फैक्टर की रेंज में हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें और नियमित जांच करवाएं। ऐसे लोगों को अपने दिल का खास तौर पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह से एक्सरसाइज करनी चाहिए। अपने वजन को कम करना चाहिए और सबसे जरूरी चीज अपनी डाइट को संतुलित रखें और ज्यादा से ज्यादा फलों और हरी व ताजी सब्जियों का सेवन करें। अगर आपको शराब और सिगरेट पीने की आदत है, तो इस बीमारी से बचने के लिए इन दोनों आदतों से दूरी बनाएं।

स्ट्रोक
कोरोनरी आर्टरी डिजीज के बाद इस दुनिया में सबसे ज्यादा लोग स्ट्रोक से मरते हैं। स्ट्रोक तब होता है जब आपके मस्तिष्क की धमनी अवरुद्ध हो जाती है या लीक हो जाती है। जब आपके ब्रेन सेल्स को ब्लड के जरिए ऑक्सीजन नहीं मितला, तब यह बीमारी होती है। यह एक मेडिकल एमरजेंसी है, जिसमें व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है।

स्ट्रोक – किन लोगों को है ज्यादा खतरा

अगर कोई व्यक्ति सिगरेट ज्यादा पीता है या फिर उसे हाइ ब्लड प्रेशर की शिकायत है, तो उसे स्ट्रोक का खतरा ज्यादा है। जिनके घर में किसी को स्ट्रोक था, उसे भी यह बीमारी हो सकती है।

ये बीमारी न हो इसके लिए क्या करें
वैसे दवाओं और जीवनशैली में बदलाव के साथ स्ट्रोक के कुछ जोखिम कारकों को कम किया जा सकता है। यानी आपकी अच्छी स्वास्थ्य आदतें स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकती हैं। आप एक्सरसाइज कीजिए लो सोडियम के साथ डाइट लीजिए और शराब व धूम्रपान से दूरी बनाकर रखें।

लोअर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन
इस दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी बीमारी लोअर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन है, जिससे भी लोग सबसे ज्यादा मरते हैं। लोअर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन का मतलब है कि आपके वायुमार्ग और फेफड़ों में संक्रमण है। इसके कारण इन्फ्लूएंजा निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और टीबी होता है। इसमें मरीज का सांस फूलता है और घरघराहट व छाती में जकड़न महसूस होती है।

लोअर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन का किन लोगों को है ज्यादा खतरा

अगर बात करें कि इस बीमारी की चपेट में कौन से लोग आ सकते हैं , तो इसमें अस्थमा के रोगी या जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है या जिन्हें स्मोकिंग की आदत है, वो लोग शामिल हैं।

ये बीमारी न हो इसके लिए क्या करें
इस बीमारी से बचने के लिए और वैक्सीन के लिए अपने डॉक्टर से बात करें। यह संक्रमित बैक्टीरिया से फैलता है, इसलिए इससे बचने के लिए अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं, खासकर अपने चेहरे को छूने से पहले और खाने से पहले।

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