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मैग्नीशियम क्या है – फायदे और स्रोत

जाने मैग्नीशियम क्या है शरीर को मैग्नीशियम से क्या फायदे होते हैं और इसके स्रोत वाले आहार

मैग्नीशियम क्या है

मैग्नीशियम आपके शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए जरूरी होता हैं। शरीर की मजबूती और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए इसकी बहुत ही जरूरत होती है। यदि शरीर में मैग्नीशियम की कमी हो तो बॉडी में थकान महसूस होने लगती है तथा जोड़ों में दर्द और त्वचा संबंधित समस्या का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि शरीर में मैग्नीशियम को कैसे बढ़ाया जाए।

मैग्नीशियम के स्रोत

#1 केला

केले के सेवन से घटती पोटेशियम की मात्रा संतुलित होने लगती है। इससे शरीर में पानी का स्तर भी नियमित होता है। केले के सेवन के फलस्वरूप मानसिक तनाव से राहत और शरीर को मजबूती मिलती है। यही नहीं, केले में पोटेशियम के अलावा मैग्नीशियम भी पाया जाता है। यदि आप एक केले का सेवन करते हैं तो उसमें 30 से 32 मिलीग्राम मैग्नीशियम पाया जाता है जो शरीर के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। इससे शरीर की धमनियों में खून पतला रहने के कारण खून का बहाव सही रहता है।

#2 खजूर

खजूर पौष्टिक होने के साथ-साथ बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं। सर्दियों का मेवा कहे जाने वाला खजूर न केवल स्वास्थ्य को दुरुस्त करता है बल्कि कई रोगों को भी भगाता है। जिनके शरीर में मैग्नीशियम की कमी है उन्हें खजूर का सेवन करना चाहिए। 100 ग्राम खजूर में लगभग 43 मिलीग्राम मैग्नीाशियम पाया जाता है। खजूर एक ऐसा फल जो मधुर, शीतल, पौष्टिक और तुरंत शक्ति देने वाला आहार है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

#3 बादाम

मैग्नीशियम क्या है और इसके फायदे - कौन से आहार से प्राप्त होता है

आपको बता दें कि एक बार बादाम खाने से शरीर को लगभग 75 मिलीग्राम मैग्नीतशियम मिलता है। मैग्नीशियम के अलावा बादाम में विटामिन और मिनरल्स जैसे जिंक, कैल्शियम, विटामिन ई और ओमेगा- 3 फैटी एसिड से भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आप रात को बादाम को भिगोकर प्रतिदिन 5 खा सकते हैं।

#4 दही

अगर कोई हड्डियों और ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से ग्रसित है उसे रोजाना दही का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा दही के सेवन से कैल्शियम और मैग्नी शियम दोनों पर्याप्तस मात्रा में शरीर में पहुंच जाते हैं। इसलिए इसका सेवन करना चाहिए।

#5 सोयाबीन

सोयाबीन का नियमित रूप से सेवन करने न केवल शारीरिक वृद्धि होती है बल्कि कब्ज दूर होता है और दूसरी बीमारियां दूर भागती हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल और एमिनो एसिड उच्च मात्रा में पाया जाता है। सोयाबीन मैग्नीशियम की कमी को पूरा करता है। इसे भिगोकर अंकुरित करके खाने से भी काफी लाभ होता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए स्वेस्थ बनाये रखने, दिल की धड़कन को सामानय बनाये रखने, हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाये रखने में मदद करता है।

#6 पालक

पालक डायबटीज और कैंसर के रोगियों के लिए बहुत गुणकारी सब्जी है। यदि आप नियमित रूप से पालक का सेवन करते हैं तो इससे न केवल आपकी आयरन की कमी पूरी होगी बल्कि शरीर को मैग्नीशियम भी प्राप्त होगा।

#7 अलसी

वजन कम करने में, बालों और त्वचा के लिए, सर्दी, फ्लू, पाचन तंत्र, उच्च रक्तचाप आदि के उपचार में अलसी बहुत ही काम आता है। इसलिए इसे बहुमुखी सुपर आहार का नाम दिया जाता है। इसके अलावा आप एक चम्म च अलसी से दैनिक जरूरत के अनुसार 39 मिलीग्राम मैग्नीमशियम की पूर्ति कर सकते हैं। मैग्नीशियम के अलावा इसमें विटामिन बी, ओमेगा-3 फैटी एसिड एवं कैल्शियम, कॉपर, आयरन, जिंक, पोटेशियम आदि पाये जाते हैं।

#8 मछली

शरीर में मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए सप्ताह में कम से कम एक मछली का सेवन करना चाहिए। विटामिन डी, विटामिन बी -12, ओमेगा-3 फैटी एसिड और मैग्नीाशियम से भरपूर मछली में दैनिक आहार के लिए मैग्नीसशिम की लगभग 53 मिलीग्राम और 367 कैलोरी होती है।

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