दांतों की देखभाल

बढ़ती उम्र में दांतों की देखभाल कैसे करें

बढ़ती उम्र में दांतों की देखभाल

उम्र बढ़ने के साथ ही हमारे दांत भी कमजोर होने लगते हैं और यदि ध्यान न दिया जाए तो दांत गिरने भी लगते हैं। आइए जानते हैं बढ़ती उम्र के साथ दांत की देखभाल कैसे करें।

टूथपेस्ट में फ्लोराइड

दांतों को स्वस्थ रखने और कैविटी से बचाने में फ्लोराइड की भूमिका अहम होती है। फ्लोराइड को अक्सर नेचर कैविटी फाइटर कहा जाता है। फ्लोराइड एक खनिज है जो आपके दांतों सहित स्वाभाविक रूप से कई स्थानों पर पाया जाता है। फ्लोराइड, बच्चों और वयस्कों में कैविटी को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा फ्लोराइड टूथ इनैमल बनाने में भी सहायता करता है।

डॉक्टर से जांच है जरूरी

 

उम्र चाहे जो हो नियमित रूप से दांतों की जांच करवाना बहुत जरूरी है। दांतों के डॉक्टर से नियमित जांच करवाना आपके मुंह को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। कई बार लगता है कि हमारे दांत मजबूत हैं, लेकिन इसमें मौजूद गंदगी धीरे-धीरे इसे कमजोर बना देती है। दंत चिकित्सा परीक्षण के दौरान, दंत चिकित्सक या स्वच्छतावादी आपके दांतों को साफ करेंगे और कैविटी और गम की बीमारी की जांच करेंगे।

दांतों के लिए सलाइवा

सलाइवा (लार) दांतों को स्वस्थ और मजबूत रखने में सहायता करता है। वैसे लार के बहुत ही फायदे हैं। यह आपके मुंह को नम रखता है। यह आपको चबाने, स्वाद और निगलने में मदद करता है। इसके अलावा यह मुंह में जीवाणुओं से लड़ता है और बुरी सांस रोकता है। यदि मुंह सूखा रहे, तो दांतों और मसूड़ों के बीच मौजूद ये सलाइवा खत्म हो जाता है, जिससे दांत कमजोर होने लगते हैं।

अच्छा टूथब्रश प्रयोग करें

अच्छा टूथब्रश प्रयोग करें

मसूढ़ों में सडऩ व सूजन और अन्य रोग के खिलाफ टूथब्रश एक उत्कृष्ट उपकरण है। टूथब्रश मौखिक प्लाक को हटाने में प्रभावी होता है जो क्षय और बीमारी का कारण बनता है। दांतों को स्वस्थ रखने में टूथब्रश की भूमिका भी बहुत अहम होती है। टूथब्रश अगर अच्छा हो तो दांतों की सफाई भी अच्छे से होती है, लेकिन अगर खराब गुणवत्ता वाला ब्रश हो तो इससे गम को भी समस्या हो सकती है।

खानपान का ध्यान रखें

खानपान का ध्यान रखें

आपके खानपान की भूमिका दांतों की सेहत के लिए काफी अहम होती है। हरी सब्जियां कैल्शियम, फोलिक एसिड और महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों के बहुत ही अच्छे समृद्ध स्रोत हैं जो आपके दांत और मसूड़ों के लिए अच्छे होते हैं।

खनिजों में समृद्ध और विटामिन डी जैसे महत्वपूर्ण विटामिन, दांत-अनुकूल आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। खाने में मौजूद विटमिन डी और कैल्शियम दांतों को मजबूत बनाता है, इसलिए ऐसा खाना खाएं जिसमें इनकी मात्रा ज्यादा हो।

मुंह के रोग दिल तक

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुंह से संबंधित बीमारियां आपके दिल को भी प्रभावित करती हैं। कई शोधों में भी इस बात का खुलासा हो चुका है। दांतों के कारण अगर मसूड़ों में सूजन हो तो यह धमनियों तक फैल जाती है।

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