जिम टिप्स

40 की उम्र के बाद स्ट्रेंचिंग एक्सरसाइज

चालीस की उम्र के बाद हमें कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए जो हमे फिट और सेहतमंद रखती है, best exercises after forty years of age

दोस्तों जैसे कि आप सभी जानते हैं आजकल सारा काम कंप्यूटर पर होता है। हर कोई दिन भर बैठकर कंप्यूटर के सामने काम करने वाली दिनचार्य में स्ट्रेचिंग करना बहुत फायदेमंद होता है, जब आप स्ट्रेचिंग करते हो तो शरीर की नसों की जकडन दूर हो जाती है। यह घंटो काम करने वाले लोगों के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा व्यायाम करने वाले लोगों को भी स्ट्रेचिंग जरूर करनी चाहिए। जिन लोगों की उम्र 40 से अधिक हो रही है। उन्हें कुछ इस प्रकार की स्ट्रेंचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए।

स्ट्रेंचिंग एक्सरसाइज

चेस्ट स्ट्रेच करें

चेस्ट स्ट्रेच करने के लिए सबसे पहले चेयर के किनारे पर बैठ जाएं और अपने हाथ घुमाकर उसके बैकरेस्ट पर ऊपर रखें और थोडा आगे की और झुकें। फिर अपने कन्धों को कानों के पास लाएं और फिर थोडा दूर ले जाएं। यदि आप अपने हाथों को कुर्सी के बैकरेस्ट तक नहीं पहुंचा पा रहें, तब उसके किनारे को पकड़ कर सीना आगे की ओर ले जाएं। इसके बाद अपने कंधों को थोड़ा आराम दें और चेस्ट के उपरी हिस्से को खुला छोड़े दस से पन्द्रह बार सांस खींचे और स्ट्रेच हल्का करें।

हिप फ्लेक्सर स्ट्रेच करें

हिप फ्लेक्सर स्ट्रेच करें

हिप फ्लेक्सर मसल्स, कुल्हे और उनके उपरी भाग में होती है। इन्ही के बल पर पैर ऊपर से नीचे, आगे से पीछे, दाएं से बाएँ और बाएँ से दाएं की ओर गतिविधि के पाते हैं। लेकिन दफ्तर में घंटो तक बैठे रह कर काम करने से इन मसल्स के सख्त और चोटिल होने का खतरा बना रहता है। अगर आप इन समस्याओं से बचे रहना चाहते हैं तब इसके लिए हिप फ्लेक्सर स्ट्रेचिग करना सबसे बेहतर होता है। इसको करने के लिए आपको चाहिए कि आप थोडा नीचे ओर झुकें और फिर अपना बाया पैर आगे की ओर ले आएं। इसके बाद अपने हाथों को कमर या जांघो पर रखें और अपने बाएँ पैर पर अपना वजन दें। इस प्रकार करते हुए इस बात पर ध्यान दें कि आपके पैर की मसल्स पर असर पड़े। इस दौरान अपनी पीठ को सीधा रखें। अब अपनी सामान्य स्तिथि में आ जाएं। अब इस प्रक्रिया को दाएं पैर पर भी दोहराएं।

शोल्डर स्ट्रेच करें

जब आप काफी देर तक एक स्थिति में बैठे रहते हो तब आपकी पीठ और कंधे की नसों में अकडन आ जाती है। इसके लिए शोल्डर स्ट्रेच करना बहुत फायदेमंद होता है। इसके नियमित अभ्यास से गर्दन दर्द जैसी समस्याएं नहीं होती। शोल्डर स्ट्रेच करने के लिए सबसे पहले एकदम सीधे बैठ जाएं फिर साँसों को खींचते हुए अपने कंधों को कानों तक ले जाएं। अपने कंधे को धीरे से घुमाते हुए कान से दूर ले जाएं और अपनी साँस छोड़े कंधे घुमाने वाली इस प्रक्रिया को तीन बार दाई और तीन बार बाई ओर से करें। सांस लेते हुए अपने कंधों को कानों के पास ले लाएं और सांस को छोड़ते हुए कंधों को घुमाते हुए नीचे की ओर लाएं।

नेक स्ट्रेच करें

नेक स्ट्रेच करें

नेक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने से गर्दन की मांसपेशियां लचीली बनती है। इसको करने से गर्दन की अकडन और मोच से बचाव व आराम मिलता है। इसको करने से हाथ और गर्दन लचीले बनते हैं। इसको करने के लिए सबसे पहले बिल्कुल सीधे खड़े हो जाएं और अपनी सांस को भीतर भरें और बाहर की ओर छोड़ें। जब अपनी सांस छोड़े तब अपनी गर्दन को दाएं कंधे की ओर इस प्रकार छुकएं कि कान कंधे को पूरी तरह से छुएँ कंधे पर गर्दन को झुकाते हुई स्थिति में चार से पांच बार साँस ले और छोड़े ऐसा करते समय आप दूसरे गाल में पड़ने वाले स्ट्रेच को महसूस करेंगे। इसके बाद अपनी गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधा कर लें और फिर धीरे से सिर को सही दिशा में लाएं। इसके बाद इस प्रक्रिया को दूसरी ओर से भी इसी प्रकार से करें।

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