प्रेगनेंसी टिप्स

गर्भावस्था के दौरान एहतियात, रखें इन बातों का ध्यान

गर्भावस्था के दौरान एहतियात

प्रेग्नेंसी एक लाइफ चेंजिंग अनुभव है जिससे हर महिला गुजरती है। यह ऐसा समय होता है जब कि महिला को अपने और आने वाले बच्चे के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान देना चाहिए और किसी भी तरह की समस्या को लेकर सतर्क रहना चाहिए।

स्मोकिंग से दूरी बनाएं

स्मोकिंग से दूरी बनाएं

धूम्रपान आपके स्वास्थ्य की एक विस्तृत श्रृंखला से जुड़ा हुआ है, और संभावित रूप से जीवन के लिए खतरनाक है। गर्भावस्था के दौरान, धूम्रपान कई तरह के स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकता है। इससे न केवल बच्चे में विकास संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती है बल्कि यह बच्चे के वजन को भी कम कर सकता है और इम्यूनिटी को भी घटा सकता है। शोध में यह पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम का परिणाम हो सकता है।

शराब और कॉफी से दूरी

शराब और कॉफी से दूरी

गर्भावस्था के दौरान एहतियात में आपको शराब और कॉफी से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन भ्रूण की असामान्य रूप से धीमी वृद्धि का कारण बनती है, और यह कई अक्षमताओं से भी जुड़ी हुई है। दूसरी तरफ, कैफीन का सेवन समय से पहले जन्म और कई जन्म दोषों के जोखिम से जुड़ा हुआ है।

दवाईयों के सेवन में सावधानी

दवाईयों के सेवन में सावधानी

यदि आप किसी विशेष स्वास्थ्य स्थिति के इलाज के रूप में कुछ जड़ी-बूटियों या दवाओं का उपयोग कर रही हैं, तो सावधान हो जाइए। गर्भावस्था के दौरान आपको यह नुकसान पहुंचा सकता है। अपने डॉक्टर को तुरंत अपनी गर्भावस्था के बारे में जानकारी देना महत्वपूर्ण है ताकि आपका डॉक्टर आपको सबसे अच्छी वैकल्पिक दवाएं दे सके जो आपके बच्चे के लिए सुरक्षित हैं। अनावश्यक उपचार के विकल्पों से बचें क्योंकि वे भ्रूण के विकास के लिए हानिकारक हैं।

शरीर में पोषण की कमी न हो दें

शरीर में पोषण की कमी न हो दें

सुनिश्चित करें कि आपको विटामिन डी की दैनिक खुराक मिल रही है। अंडा, ट्यूना, सैल्मन मछली, दूध और सूर्य के प्रकाश से आप विटामिन डी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप दूध से कैल्शियम को भी प्राप्त कर सकते हैं। अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित आयरन और फोलिक एसिड की खुराक लेते रहें। अपने आहार में अधिक नट्स को शामिल करके ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन आप बढ़ा सकती हैं।

सीफूड

ज्यादातर सीफूड और मछली गर्भावस्था के दौरान प्रोटीन और स्वस्थ वसा के अच्छे स्रोत होते हैं। लेकिन, बहुत सी मछलियों को पारा और अन्य जहरीले रसायनों के लिए जाना जाता है, जो आपके बढ़ते बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए सीफूड से दूरी बनाकर रखना चाहिए।

अन्य सावधानी

डॉक्टरों के अनुसार, कई महिलाएं गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीने यानी फर्स्ट ट्राइमेस्टर को बेहद हलके में लेती हैं, जबकि यह समय सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसी दौरान गर्भ में भ्रूण का विकास होना शुरू होता है ऐसे में शरीर कई तरह के शारीरिक और हार्मोनल बदलावों से गुजरता है। ये महीने सबसे ज्यादा चुनौती-भरे भी होते हैं, क्योंकि इस दौर में होने वाले बदलाव आपके लिए बिल्कुल नए होते हैं।

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