हेल्थ टिप्स हिन्दी

स्वर्ण भस्म – फायदे, उपयोग और नुकसान

स्वर्ण भस्म स्वर्ण अर्थात गोल्ड से तैयार होता है। स्वर्ण भस्म का उपयोग कई तरह के संक्रमण, ह्रदय रोग, दमा, मानसिक रोग, ज्वर सहित खांसी, टीबी, एनीमिया, मांसपेशियों में कमजोरी, पुरुषों की कमजोरी...

प्रेगनेंसी टिप्स

टेस्ट ट्यूब बेबी क्या है, इससे बच्चा कैसे पैदा होता है ?

टेस्ट ट्यूब बेबी का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में सबसे पहला सवाल यही उठता है कि क्या होता है टेस्ट ट्यूब बेबी ? इससे बच्चा कैसे पैदा होता है ?

ब्यूटी टिप्स

चेहरे का कालापन दूर करने के उपाय

चेहरे को साफ करने के लिए या चेहरे का कालापन दूर करने के लिए महिलाओं और पुरुषों द्वारा कई तरह के प्रयास किया जाता है। कई लोग बाजार में बिक रहे प्रोडक्ट पर विश्वास करते हैं, तो कई लोग घरेलू उपाय...

ब्यूटी टिप्स

चेहरे की सुन्दरता के उपाय – करें यह परहेज

पौष्टिक चीज खाने से न केवल आपका मोटापा कम होगा बल्कि इससे आपकी स्किन भी सुरक्षित रहेगी। जिस तरह सुंदरता पाने के लिए पौष्टिक चीजें खाना चाहिए उसी तरह बहुत से ऐसे आहार है जिन्हें सुंदरता पाने...

आँख आँखों की देखभाल

आँख फड़कने से है परेशान तो अपनाए ये उपचार

आंखों के फड़कने के कई मतलब निकाले जाते हैं। इसे शुभ-अशुभ के तौर पर भी देखा जाता है। दाई आखं का फड़कना, बाई आंख का फड़कना या दोनों आंखों का फड़ाकना इन सभी पर अलग-अलग तरह की बातें की जाती है।

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त्रिवंग भस्म क्या है, जानें इसके लाभ

इस भस्म का प्रयोग हम मधुमेह, गर्भ में कमजोरी, शारीरिक कमजोरी, मूत्रवाहिनी की कमजोरी, प्रेमेह, मूत्रपिंड, मोटापा, अस्थमा, एनीमिया आदि के लिए करते हैं।

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गंदे अंडरगारमेंट पहनने के नुकसान

व्यक्ति भले ही बाहर से सुंदर दिख रहा हो या फिर नए कपड़े पहन रखे हो, लेकिन उसकी असली स्वच्छता उसके अंडरगार्मेंट में है। यहीं से पता चलता है कि वह सच में स्वच्छता और सेहत को लेकर गंभीर है या नहीं।

घरेलू नुस्खे - घरेलू उपचार

पसीने की बदबू का उपचार – अचूक घरेलू उपाय

वैसे पसीना आना बुरी बात नहीं है, क्योंकि यह सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है, लेकिन पसीने की बदबू आना सही नहीं माना जाता। आइए पसीने की बदबू का उपचार या यूँ कहें घरेलू उपचार जानते हैं ।

पुरुष स्वास्थ्य

स्वप्नदोष रोकने के उपाय और अंग्रेजी दवा

यदि यह महीने में 1 या 2 बार से ज्यादा हो तो व्यक्ति को शारीरिक कमजोरी का एहसास होता है तथा व्यक्ति खुद को दोषी मानता है। ऐसे में पीड़ित को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।